यात्रियों के साथ कभी भी हो सकता है हादसा
इंदौर। शहर के मुख्य रेलवे स्टेशन (Railway Station) पर रेलवे ने कुएं पर प्लेटफॉर्म बना डाला है। कुएं का आधा हिस्सा तो खुला है, लेकिन आधे हिस्से में स्लैब डालकर उस पर प्लेटफॉर्म बना दिया गया है। यह गंभीर चूक किसी दिन बड़े हादसे का सबब बन सकती है। मामला इंदौर रेलवे स्टेशन (Indore Railway Station) के प्लेटफॉर्म-एक का है। यह कुआं बरसों पुराना बताया जाता है, जिससे इंदौर रेलवे स्टेशन को पानी की आपूर्ति की जाती है। शहर के पटेल नगर क्षेत्र स्थित मंदिर में भी इसी तरह की गलती की गई थी और कई लोगों को जान देकर इसकी कीमत चुकाना पड़ी थी।
अब ऐसे ही हादसे का डर इंदौर रेलवे स्टेशन पर भी है, क्योंकि यहां से चलने वाली ट्रेनों में रोजाना हजारों यात्री इसी कुएं के ऊपर से होकर गुजरते हैं। आकार और गहराई में यह कुआं काफी बड़ा है। यहां तक कि प्लेटफॉर्म-पांच और छह (आईलैंड प्लेटफॉर्म) पर आने-जाने वाले कई यात्री भी इसी स्लैब से होकर गुजरते हैं। यह कुआं शास्त्री ब्रिज की तरफ जाते समय सीधे हाथ पर है। रेलवे ने आधे हिस्से में दीवार के भीतर पंप हाउस बनाकर उसे तो जनता के लिए प्रतिबंधित कर रखा है, लेकिन आधे हिस्से से यात्री गुजरते हैं। भीतर ही भीतर प्लेटफॉर्म की स्लैब कितनी कमजोर हो रही है यह जांचने वाला कोई नहीं है। इसके अलावा प्लेटफॉर्म-एक पर शास्त्री ब्रिज के छोर पर वॉल्व आदि के लगभग 20 चेंबर भी बने हैं, जिन पर लोहे के ढक्कन लगे हुए हैं। वहां भी कोई दुर्घटना हो सकती है। ये वॉल्व स्टेशन के अलग-अलग प्लेटफॉर्म और अन्य हिस्सों में जलप्रदाय के लिए लगाए गए हैं। जानकारों का कहना है कि यह कुआं तब से है, जब इंदौर में छोटी लाइन थी। पहले तो यह कुआं खुले क्षेत्र में था, लेकिन रतलाम-इंदौर-महू छोटी लाइन को बड़ी लाइन में बदलते समय प्लेटफॉर्म-एक का विस्तार किया गया, तभी इस कुएं का आधा हिस्सा प्लेटफॉर्म विस्तारीकरण में ले लिया गया और वहां स्लैब डालकर प्लेटफॉर्म बना दिया गया। रेलवे मामलों के वरिष्ठ जानकार नागेश नामजोशी ने बताया कि यह कुआं इंदौर स्टेशन पर शुरुआत से ही है। जैसे-जैसे इंदौर स्टेशन का आकार बढ़ता गया, वैसे-वैसे यहां पानी की कमी होने लगी। फिर महू से रेल टैंकर के माध्यम से पानी की व्यवस्था की गई, लेकिन बाद में रेलवे ने नगर निगम से पानी की लाइन का कनेक्शन ले लिया और फिर इसका पानी भी रेलवे अपने उपयोग में लेने लगा।
स्टेशन रीडेवलपमेंट में बंद करना चाहिए
जानकार यह भी मानते हैं कि इस साल के अंत तक इंदौर रेलवे स्टेशन के रीडेवलपमेंट का काम शुरू होना है। रेलवे को पानी के लिए दूसरी व्यवस्थाएं कर इस कुएं में भराव कर इसे हमेशा के लिए बंद करना चाहिए, क्योंकि यह हजारों यात्रियों की जान का सवाल है। रीडेवलपमेंट प्लान में कुएं को लेकर क्या योजना है यह अभी स्पष्ट नहीं है। इस बारे में अग्निबाण ने रतलाम रेल मंडल के प्रबंधक (डीआरएम) रजनीश कुमार से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी। सांसद शंकर लालवानी को भी इस कुएं के संबंध में जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि वे अफसरों से बात कर इस संबंध में जरूरी दिशानिर्देश देंगे।
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