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बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन ‘Covovax’ को मंजूरी देने की सिफारिश, WHO से मिल चुका है ग्रीन सिग्नल

नई दिल्‍ली । COVID-19 vaccine Covovax: ओमिक्रॉन खतरे के बीच सेंट्रल ड्रग अथॉरिटी की एक विशेषज्ञ समिति ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की वैक्सीन Covovax को इमरजेंसी यूज की मंजूरी देने की सिफारिश की है. इस वैक्सीन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से आपात इस्तेमाल की अनुमति पहले ही मिल चुकी है. अब भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से हरी झंडी के बाद इस वैक्सीन को भारतीय बाजार में उतारा जाएगा. कोविड-19 टीके ‘कोवोवैक्स’ को एसआईआई ने बच्चों के लिए तैयार किया है.

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) में सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने अक्टूबर में ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (DCGI) को एक अर्जी दी थी. जिसमें आपातकालीन स्थितियों में सीमित रूप से ‘कोवोवैक्स’ को बेचने की इजाजत देने के लिए अनुरोध किया गया था. हालांकि, DCGI कार्यालय ने 17 मई को SII को Covovax के निर्माण और स्टॉक की अनुमति दे दी थी.

दोबरा हुआ विचार विमर्श
आधिकारिक सूत्रों ने बताया, ‘सेंट्रल ड्र्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) की कोविड-19 पर विषय विशेषज्ञ कमेटी (SEC) ने सोमवार को दूसरी बार आपातकालीन उपयोग अनुमति (EUA) आवेदन की समीक्षा की और काफी विचार-विमर्श किया. इसके बाद कोवोवैक्स के आपातकालीन उपयोग को मंजूरी देने की सिफारिश की है.


Novavax के साथ मिलकर तैयार की गई है
SEC ने नोट किया कि कोवोवैक्स वैक्सीन को सीरम ने Novavax कंपनी के साथ मिलकर तैयार किया है और यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी ने इसे शर्तों के साथ बेचने के लिए अप्रूव भी किया है, साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) भी इस वैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दे चुका है.

काफी असरदार साबित हुई
बता दें कि कोवोवैक्स के जितने भी ट्रायल अभी तक किए गए हैं, ये वैक्सीन काफी असरदार साबित हुई है. इसी वजह से WHO ने 9वीं वैक्सीन को इमरजेंसी यूज की मंजूरी दे दी है. WHO का कहना है कि कम आय वाले देशों को इस वैक्सीन से काफी फायदा होगा और वहां पर कम समय में तेज टीकाकरण किया जा सकेगा.

2 से 8 °C के तापमान में रख सकेंगे
कोवोवैक्स वैक्सीन की बात करें तो इसे 2 से 8 °C के तापमान में रखा जा सकता है. इस वैक्सीन का ज्यादा असर तब होगा जब इसकी 2 डोज दी जाएंगी. वैसे सीरम की इस वैक्सीन को भी तब हरी झंडी दिखाई गई है, जब इसके फेज 2 और 3 के ट्रायल के नतीजों को अच्छे से स्टडी किया गया. कई एक्सपर्ट और WHO की टीम ने काफी रिसर्च के बाद कोवोवैक्स वैक्सीन को इमरजेंसी यूज की मंजूरी दी. लेकिन अभी फुल लाइसेंस के लिए कंपनी को लगातार WHO को वैक्सीन से जुड़े जरूरी डेटा देने होंगे.

बच्चों के लिए फिलहाल 2 वैक्सीन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में घोषणा कर चुके हैं कि 3 जनवरी से 15 से 18 साल के बच्चों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा. अनुमान लगाया गया है कि लगभग 7.5 करोड़ किशोर 15 से 18 वर्ष की आयु वाली कैटगरी में आते हैं. इन बच्चों को 3 जनवरी से वैक्सीन की पहली खुराक दी जाएगी. भारत में फिलहाल, केवल ज़ायडस और कोवैक्सीन ही बच्चों के लिए उपलब्ध हैं.

मोलनुपिरवीर दवा की भी सिफारिश
सीडीएससीओ की इसी विशेषज्ञ समिति ने भी कोविद रोधी गोली मोलनुपिरवीर के निर्माण और उसकी बिक्री करने की अनुमति देने की सिफारिश भी की. इस एंटी कोविड दवा को कुछ शर्तों के साथ अस्पताल में भर्ती वयस्क मरीजों के इलाज में इस्तेमाल किया जा सकेगा.

ओमिक्रॉन केस 500 के पार
गौरतलब है कि देश दुनिया में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामले बड़ी तेजी के साथ बढ़ रहे हैं. भारत में ओमिक्रॉन से संक्रमितों की संख्या (Omicron cases in india) 500 के पार हो चुकी है. चंद दिनों के भीतर तेजी से बढ़ती मामलों की संख्या बताती है कि डेल्टा की तुलना में कोरोना का नया वैरिएंट कितना संक्रामक और खतरनाक है.

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