भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

रूद्राक्ष महोत्सव: श्रद्धालुओं के लौटने का जनसैलाब रेलवे के लिए बना परेशानी

  • हजारों की घर वापसी के लिये रेलवे चला रहा स्पेशल ट्रेनें

सीहोर। रूद्राक्ष महोत्सव में श्रद्धालुओ के लौटने का सिलसिला तीन दिन से लगातार जारी है। सात दिनों के कथा एवं रूद्राक्ष लेने आए यात्रियों को शुरू दिन हुई अव्यवस्था और भगदड़ के कारण निराश होकर वापिस लौटना पड़ रहा है। अनेकानेक श्रद्धालु रूद्राक्ष लेने की चाहत में यहां पहुंचा था, लेकिन पहले दिन के बाद रूद्राक्ष बांटना निरस्त करना पड़ा इसलिये श्रद्धालुओ को रूद्राक्ष भी नहीं मिलें। देशभर से आए श्रद्धालु जैसे तैसे अब वो जल्दी अपने घर लौटने के लिये रेलवे स्टेशन पर डेरा डाले हुए हैं। रोजाना हजारो यात्री वापिस लौट रहा है। रेलवे ने यात्रियों के भारी दबाव को देखते हुए उज्जैन और भोपाल के मध्य रोजाना स्पेशल गाड़ी प्रारंभ कर दी है, जिससे लोग यहां से बड़े स्टेशनो तक पहुंच सकें। रविवार के दिन भी पूरा स्टेशन घर वापिसी के लिये श्रद्धालुओ से खचाखच भरा था। रेलवे के जि मेदार अधिकारी ने बताया कि पूरा रेल प्रशासन यात्रियों को लौटाने के लिये पूरी सहायता कर रहा है।



जो भी रेल निकल रही है उसमें यात्रियों को किसी भी तरह डिब्बो में चढ़ाकर रेल रवाना कर रहे हैं। इस कारण कई रेलो को दस मिनिट तक स्टेशन पर रोकना पड़ रहा है, ताकि यात्री भलीभांति बैठ जाए और कोई जनहानि न हो। रेलवे दिनरात इसी में लगा हुआ है। जिस तरह श्रद्धालु वापिस लौट रहे हैं उसी तरह आने का सिलसिला भी ऐसे ही प्रारंभ हुआ था। तब भी रेलवे को श्रद्धालुओ के लिये काफी मशक्कत करना पड़ी। रात्रि और अलसुबह ही ट्रेनो में हजारो यात्री यहां उतरा और पूरे स्टेशन पर सोता रहा। पुराना स्टेशन पर बने यात्री प्रतिक्षालय में भी इन यात्रियों को सोने के लिए खोल दिया गया था। हालांकि इन यात्रियों से रेलवे को अच्छा राजस्व मिला है। तीन दिनों में नो लाख से 14 लाख तक के टिकिटो का विक्रय होने की जानकारी मिली है। सीहोर से लौट रहे यात्रियों के कारण रेल में लगे सेकेण्ड एसी, थर्ड एसी, रिजर्व डिब्बो में भी लोग बेहिचक घुस रहे है, जिसके कारण यात्रियों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है।

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