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अमेरिकी उपग्रहों पर नजर रखने रूस ने अंतरिक्ष में तैनात किया सैटेलाइट किलर हथियार!, पेंटागन परेशान


वॉशिंगटन: अमेरिका (america) ने चेतावनी दी है कि रूस (russia) ने अंतरिक्ष (space) में एक भयानक हथियार (weapon) प्रणाली लॉन्च की है जो अन्य उपग्रहों (satellites) को मार गिराने में सक्षम है। पेंटागन (pentagon) ने कहा कि रूसी काउंटर-स्पेस हथियार को अमेरिक के उपग्रह के बराबर की कक्षा में रखा गया था। पेंटागन ने यह भी डर (worried) जताया कि रूसी हथियार लंबे समय से अमेरिकी जासूसी उपग्रहों पर नजर रखे हुए है। माना जाता है कि रूसी अंतरिक्ष हथियार कॉस्मॉस-2576 को 16 मई को मॉस्को से लगभग 497 मील उत्तर में रूस के प्लेसेत्स्क कॉस्मोड्रोम से सोयुज-2.1बी वाहक रॉकेट पर लॉन्च किया गया था।


अमेरिकी जासूसी उपग्रह पर रूस की नजर

यह अब अमेरिकी जासूसी उपग्रह यूएसए 314 की ही कक्षा में है, जो अमेरिकी राष्ट्रीय टोही कार्यालय द्वारा संचालित है। एक अनौपचारिक रूसी सूत्र ने दावा किया कि प्रक्षेपण में एक “गुप्त सैन्य उपकरण” था। जबकि पहले इसे एक रूसी अंतरिक्ष उपग्रह के रूप में रिपोर्ट किया गया था। अमेरिका ने अब चेतावनी दी है कि यह एक जवाबी अंतरिक्ष हथियार हो सकता है जो ऐसी अन्य तकनीकों पर हमला करने में सक्षम है।

पेंटागन के प्रवक्ता ने जताया डर

पेंटागन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने कल रात कहा: “रूस ने पृथ्वी की निचली कक्षा में एक उपग्रह लॉन्च किया है और हमारा आकलन है कि यह संभवतः एक जवाबी अंतरिक्ष हथियार है। उन्होंने कहा, “इसे अमेरिकी उपग्रह के समान कक्षा में तैनात किया गया था और आकलन आगे 2019 और 2022 से पहले तैनात काउंटर स्पेस पेलोड जैसी विशेषताओं का संकेत देता है। हम स्थिति की निगरानी करना जारी रखेंगे… हमारी जिम्मेदारी है कि हम अंतरिक्ष क्षेत्र की सुरक्षा और बचाव के लिए तैयार रहें और संयुक्त और संयुक्त बल को निरंतर और निर्बाध समर्थन सुनिश्चित करें।”

रूसी अंतरिक्ष एजेंसी ने क्या कहा

रूस की रोस्कोस्मोस राज्य अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि प्रक्षेपण रूसी संघ के रक्षा मंत्रालय के हित में था। एक अमेरिकी अधिकारी ने सीएनएन को बताया कि अमेरिका कम से कम कई हफ्तों से इस प्रक्षेपण की उम्मीद कर रहा था। इस पर उत्तरी अमेरिकी एयरोस्पेस डिफेंस कमांड के साथ-साथ अमेरिकी उत्तरी कमांड द्वारा बारीकी से नजर रखी गई थी। अमेरिका ने रूस को परमाणु अंतरिक्ष हमले की क्षमता विकसित करने से रोकने की कोशिश की है। उसे डर है कि इससे मोबाइल फोन और इंटरनेट के लिए उपयोग किए जाने वाले वाणिज्यिक और सरकारी उपग्रहों को नष्ट करने के लिए एक विशाल ऊर्जा लहर पैदा हो सकती है।

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