जोहानसबर्ग। कप्तान डीन एल्गर (Captain Dean Elgar) की कप्तानी की जिम्मेदारी भरी पारी से दक्षिण अफ्रीका ने भारत को दूसरे टेस्ट मैच (India vs South Africa 2nd Test) के वर्षा प्रभावित चौथे दिन गुरूवार को सात विकेट से पराजित कर तीन मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली। भारत को वांडरर्स के उस मैदान में हार का सामना करना पड़ा जहां वह पिछले 30 वर्षों में कभी हारा नहीं था। दक्षिण अफ्रीका ने दूसरी पारी में 3 विकेट के नुकसान पर 243 रन बनाए। डीन एल्गर ने 188 गेंदों में 10 चौकों के साथ 96 रन बनाए. वहीं, टेम्बा बावुमा 45 गेंदों में 3 चौकों के साथ 23 रन बनाए।
बता दें कि इस मैच में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। भारत ने अपनी पहली पारी में 202 रन बनाए थे जिसके जवाब में साउथ अफ्रीका की टीम ने 229 रन बनाकर 27 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की थी। वहीं अपनी दूसरी पारी में भारतीय टीम ने चेतेश्वर पुजारा (53) और अजिंक्य रहाणे (58) के अर्धशतक से 266 रन बनाकर मेजबान टीम के सामने 240 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य दिया था।
जोहान्सबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में भारतीय टीम की 29 सालों में ये पहली हार है। टीम इंडिया ने इस मैदान पर पहला टेस्ट साल 1992 में खेला था। वो मैच ड्रॉ रहा था। इस मुकाबले से पहले भारत ने यहां खेले 5 टेस्ट मैचों में से दो में जीत हासिल की थी, जबकि 3 मुकाबले ड्रॉ हुए थे। 29 साल में साउथ अफ्रीका की टीम कभी भी भारतीय टीम को मात नहीं दे पाई है, लेकिन गुरुवार को ये सिलसिला भी टूट गया। अनफिट विराट कोहली की गैरमौजूदगी में केएल राहुल ने पहली बार कप्तानी की और इस मुकाबले में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
एल्गर की कप्तानी पारी
अफ्रीका की जीत में बड़ा किरदार कप्तान डीन एल्गर ने अदा किया। उन्होंने 188 गेंदों पर 96 रनों की नाबाद और यादगार पारी खेली। एल्गर के टेस्ट करियर का ये 19वां और भारत के खिलाफ चौथा अर्धशतक रहा। मुकाबले के तीसरे दिन से लेकर अफ्रीका को मैच जीतने तक एल्गर टीम इंडिया के सामने दीवार बनकर खड़े रहे।
भारतीय गेंदबाजों ने निराश किया
अफ्रीका के सामने 240 रनों का टारगेट था। टीम इंडिया के बॉलर्स से दमदार प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन अफ्रीकी टीम ने भारत के जीत के सपने को पूरा नहीं होने दिया। पहले विकेट के लिए एल्गर और एडेन मार्करम ने 47 रन जोड़े। इस साझेदारी को शार्दूल ठाकुर ने मार्करम (31 रन) को आउट कर तोड़ा। कीगन पीटरसन 28 रन बनाकर अश्विन की गेंद पर आउट हुए। SA ने दूसरा विकेट 93 पर गंवाया था।
तीसरे विकेट के लिए टीम इंडिया को लंबा इंतजार करना पड़ा। रैसी वान डेर डूसेन का विकेट मोहम्मद शमी के खाते में आया। डूसेन का कैच पहली स्लिप में चेतेश्वर पुजारा ने पकड़ा। वह 40 रन बनाकर पवेलियन लौटे। तीसरे विकेट के लिए एल्गर और डूसेन ने 159 गेंदों पर 82 रन जोड़े। हालांकि डूसेन के विकेट तक भारत की वापसी के रास्ते बंद हो चुके थे।
तीसरे दिन भारतीय बल्लेबाजी रही फ्लॉप
टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए भारत ने पहली पारी में केवल 202 रन बनाए थे। केएल राहुल 50 और आर अश्विन 46 रन को छोड़ कोई खिलाड़ी बड़ी पारी नहीं खेल सका। अफ्रीका के लिए मार्को जेन्सन के खाते में 4 विकेट आए। SA ने पहली पारी में 229 रन बनाए और 27 रनों की बढ़त हासिल की। टीम इंडिया दूसरी पारी में कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकी और 266 पर सिमट गई। अजिंक्य रहाणे ने 58 और चेतेश्वर पुजारा ने 53 रन बनाए। तीसरे दिन भारत के बल्लेबाजों ने काफी निराश किया। टीम ने सिर्फ 29 रनों के अंदर पुजारा, रहाणे और ऋषभ पंत के अहम विकेट गंवाए, जो कहीं न कहीं भारत की हार का कारण भी रहा।
विराट कोहली के बिना खेल रहे भारत ने अपनी पहली पारी में 202 और दूसरी पारी में 266 रन बनाए जबकि दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 229 रन बनाकर 27 रन की बढ़त हासिल की थी। एल्गर ने बुधवार को एडेन मार्करम (31) के साथ पहले विकेट के लिए 47 और कीगन पीटरसन (28) के साथ दूसरे विकेट के लिए 46 रन की साझेदारियां करने के बाद गुरुवार को रॉसी वैन डर डुसेन के साथ 82 रन और टेम्बा बावुमा (नाबाद 23) के साथ 68 रन की साझेदारी करके दक्षिण अफ्रीका की आसान जीत सुनिश्चित की। भारत ने वांडरर्स पर इससे पहले मैच नहीं गंवाया था। उसने यहां दो मैचों में जीत दर्ज की थी और इससे भारतीय टीम यहां अजेय बढ़त लेकर दक्षिण अफ्रीका में पहली टेस्ट सीरीज जीतने के लक्ष्य के साथ उतरी थी लेकिन एल्गर ने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। अब केपटाउन में 11 जनवरी से शुरू होने वाला तीसरा मैच निर्णायक बन गया है।
भारतीय गेंदबाज दबाव बनाने में नाकाम रहे। जसप्रीत बुमराह को विकेट नहीं मिला जबकि मोहम्मद सिराज पूरी तरह से फिट नहीं थे जिससे भारतीय रणनीति प्रभावित हुई। दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों के विश्वसनीय ड्राइव वास्तव में दर्शनीय थी जिससे उन्होंने भारतीयों को हावी नहीं होने दिया। पहले दो सेशन का खेल बारिश की भेंट चढ़ने के बाद आखिर में भारतीय समयानुसार सात बजकर 15 मिनट पर खेल शुरू हो पाया। दक्षिण अफ्रीका ने दो विकेट पर 118 रन से आगे खेलना शुरू किया। तब वह लक्ष्य से 122 रन दूर था। दक्षिण अफ्रीका ने दो घंटे से थोड़ा अधिक समय में यह रन बना दिए।
बादल छाए होने के और दूधिया रोशनी के बावजूद भारत ने बुमराह के साथ रविचंद्रन अश्विन से गेंदबाजी का आगाज करवाया। एल्गर ने वहीं से शुरुआत की जहां पर कल उन्होंने अपनी पारी समाप्त की थी। एल्गर ने अश्विन पर मिडऑन पर चौका लगाकर अपने टेस्ट करियर का 19वां अर्धशतक पूरा किया। वैन डर डुसेन का बुमराह पर किया ड्राइव आकर्षक था। इस बीच आउटफील्ड गीली होने के कारण अंपायरों को गेंद बदलनी पड़ी। गेंद गीली हो जाने से भी भारतीय गेंदबाजों को परेशानी हुई। बुमराह, मोहम्मद शमी और सिराज की तीन शार्ट पिच गेंद पर दक्षिण अफ्रीका को कुल 15 वाइड रन मिले। शमी के ओवर में 14 रन बने जिसमें वैन डर डुसेन के दो चौके भी शामिल थे।
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