उज्जैन। रामादल अखाड़ा परिषद द्वारा गोवर्धन सागर तट पर किए जा रहे धरना आंदोलन के चौथे दिन गोवर्धन सागर की दशा परिवर्तित करने और यहां से गंदगी साफ करने के लिए श्रमदान करने का निर्णय लिया गया है। 27 जनवरी की सुबह 11 बजे से श्रमदान की शुरूआत होगी। रामादल अखाड़ा परिषद के संतों ने हर रोज की तरह गोवर्धन सागर तट पर बैठकर भगवान श्रीराम के भजन गाए। पूर्व मंत्री व विधायक पारस जैन, भाजपा शहर अध्यक्ष विवेक जोशी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेश सोनी, ब्राह्मण समाज अध्यक्ष सुरेंद्र चर्तुवेदी, जियालाल शर्मा, धर्मेंद्र शर्मा, विनय ओझा, कमल कौशल, सुनील जैन, प्रकाश त्रिवेदी, मुकेश जोशी आदिी प्रबुद्धजनों ने धरनास्थल पर पहुंचकर संतो का अभिनंदन किया।
संतों ने बताया कि 27 जनवरी की सुबह 11 बजे से गोवर्धन सागर पर सफाई के लिए श्रमदान की शुरूआत की जाएगी। महंत डा. रामेश्वरदास ने कहा कि सप्तसागर, शिप्रा और धार्मिक स्थलों के प्रति आस्था रखने वाले सभी नागरिक बढ़-चढ़कर श्रमदान में भागीदारी निभाए। सोमवार को धरने में प्रमुख रूप से मीणा समाज के जिला अध्यक्ष घनश्याम मीणा, ओम अग्रवाल, मनीष सिंह चौहान, अर्जुन शर्मा, सतीश मीणा, रामेश्वर जोशी, कमल किशोर जोशी, भाजयुमो के पूर्व शहर अध्यक्ष मुकेश जोशी, स्वामी खिलखिलाके आदि शामिल हुए। इस दौरान स्मार्ट सिटी कंपनी के नवागत सीईओ आशीष कुमार पाठक भी अपर आयुक्त मनोज पाठक के साथ धरनास्थल पर पहुंचे और साधु-संतो से उनकी मांगों के संबंध में चर्चा की। संतो ने स्मार्ट सिटी कंपनी सीईओ से कहा कि प्रशासन-शासन सप्तसागरों के पुर्नउद्धार के काम शुरू कर दे तो संत धरना आंदोलन समाप्त कर देंगे।
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