नई दिल्ली। सैमसंग भारत में अपने फीचर फोन्स के बिजनस को लेकर बड़ा कदम उठा सकता है। ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार सैमसंग धीरे-धीरे इंडियन मार्केट में अपने फीचर फोन बिजनस को बंद करने वाला है। कंपनी इस साल दिसंबर में अपने मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर Dixon के साथ मिलकर फीचर फोन के आखिरी बैच को मैन्युफैक्चर करेगी। माना जा रहा है कि कंपनी अब अपना फोकस महंगे सेगमेंट वाले स्मार्टफोन्स पर करने वाली है और अब सैमसंग के ज्यादातर हैंडसेट 15 हजार रुपये से ऊपर के सेगमेंट में आएंगे।
सैमसंग की तरफ से नहीं आया ऑफिशियल बयान
इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से बताया गया है कि सैमसंग ने इस बारे में अपने चैनल पार्टनर्स से बातचीत कर ली है और आने वाले कुछ महीनों या इस साल के आखिर तक कंपनी भारत में अपने फीचर फोन के बिजनस को बंद कर देगी। हालांकि, सैमसंग या Dixon की तरफ से अभी इस बारे में कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं दी गई है।
फीचर फोन सेगमेंट में नंबर 3 पर पहुंचा सैमसंग
साल 2022 की पहली तिमाही में भारत में फीचर फोन शिपमेंट में 39 प्रतिशत की कमी आई है। काउंटरपॉइंट रिसर्च के अनुसार इसका कारण सप्लाई में दिक्कत, ज्यादा रिटेल इंफ्लेशन, कम डिमांड और ज्यादा इन्वेंटरी है। कुछ साल पहले तक सैमसंग इस सेगमेंट का मार्केट लीडर हुआ करता था और इस साल मार्च के आखिर में कंपनी 12% शेयर के साथ नंबर 3 पर आ गई। दिलचस्प बात यह है कि Itel 21% और देसी कंपनी लावा 20% शेयर के साथ सैमसंग से मार्केट में आगे हैं।
लावा, नोकिया और आईटेल जैसे कंपनियों को होगा फायदा
काउंटरपॉइंट के अनुसार मार्च के आखिर में बेसिक फोन सेगमेंट ने वैल्यू में 1% और सैमसंग के ओवरऑल क्वॉटर्ली शिपमेंट के वॉल्यूम में 20% का योगदान दिया। फीचर फोन मार्केट से सैमसंग के बाहर निकलने के बाद लावा, नोकिया और आईटेल जैसे कंपनियों को काफी फायदा हो सकता है।
PLI स्कीम हो सकती है वजह
मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार सैमसंग ने यह कदम सरकार की PLI स्कीम की पॉलिसी को देखते हुए उठाया है। सरकार की PLI स्कीम में कंपनी को 15 हजार रुपये के फैक्ट्री प्राइस वाले हैंडसेट्स को मैन्युफैक्चर करने पर इन्सेंटिव मिल सकता है। बता दें कि सैमसंग भारत की PLI स्कीम में कॉन्ट्रिब्यूट करने वाले प्रमुख मल्टिनैशनल कंपनियों में से एक है।