भोपाल। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष (Congress state president) एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (former chief minister Kamal Nath) ने कहा है कि प्रदेश के लाखों किसान पिछले 15 दिनों से रबी सीजन की बोवनी के लिए खाद की एक-एक बोरी के लिए परेशान हो रहे हैं। सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। चक्काजाम कर पुलिस की मार खा रहे हैं। कई स्थानों पर खाद की लूट तक हो चुकी है और इन 15 दिनों में मुख्यमंत्री से लेकर किसी भी मंत्री ने उनकी सुध तक नहीं ली, क्योंकि पूरी शिवराज सरकार अभी चुनावों में व्यस्त थी। उन्होंने कहा कि आज 15 दिन बाद चुनाव प्रचार समाप्ति के बाद मुख्यमंत्री ने खाद संकट पर निवास में बैठकर समीक्षा की और आज भी झूठ परोसा है कि प्रदेश में खाद का कोई संकट नहीं है।
कमलनाथ ने चुनाव प्रचार समाप्ति के बाद गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा अपने निवास पर बैठक में प्रदेश में खाद संकट की समीक्षा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि शिवराज जी आप तो चुनावी क्षेत्रों में जाकर रोज़ कह रहे हैं कि जब तक जरूरतमंद के पास नहीं जाओ, उसकी वास्तविक तकलीफ पता नहीं चलती है, वल्लभ भवन में बैठकर, घर पर बैठकर तकलीफ पता नहीं की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के महाकौशल, विंध्य, चंबल संभाग, बुंदेलखंड के विभिन्न जिलों के लाखों किसान खाद के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं। पिछले 15 दिनों से खाद के लिये लंबी-लंबी लाइनों में लगे हुए हैं। आपकी सरकार की तरफ एक-एक बोरी खाद के लिये गुहार लगा रहे हैं, लेकिन आपकी पूरी सरकार चुनावों में लगी हुई है और चुनाव प्रचार समाप्ति के बाद आज आपको किसानों की याद आई। आज आप निवास पर बैठकर खाद की समीक्षा कर रहे हैं, संदेश व अपील जारी कर रहे हैं और एक बार फिर झूठ परोस रहे है कि प्रदेश में खाद का कोई संकट नहीं है।
कमलनाथ ने कहा कि शिवराज जी, वल्लभ भवन या निवास में बैठकर समीक्षा करने का कोई फायदा नहीं। यदि आपको खाद की व किसानों की वास्तविक स्थिति जाननी है तो प्रदेश के उन सभी जिलों में किसानों के बीच पहुंचिए, जो लंबी-लंबी लाइनें लगाकर कई-कई दिनों से एक-एक बोरी खाद को लेकर परेशान हो रहे हैं। सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं, चक्का जाम कर रहे हैं और पुलिस की मार खा रहे हैं। आप उनके बीच में जाइये, जरा एक रात उनके बीच में भी गुज़ारिये, ताकि आपको वास्तविक हकीकत पता चल सके और खाद के संकट को लेकर आपका झूठ परोसना बंद हो। भले अभी उन क्षेत्रों में चुनाव नहीं है और आपको अभी उनकी आवश्यकता नहीं है लेकिन वे भी तो इसी प्रदेश के ही नागरिक हैं। प्रदेश के मुखिया होने के नाते आप जरा उनके बीच भी जाकर मैदानी हकीकत आंखों से देखिये।
कमलनाथ ने कहा, आप कह रहे हैं कि प्रदेश में खाद का कोई संकट नहीं है, पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है तो फिर पिछले 15 दिनों से जो किसान खाद को लेकर लाइनों में लगे हैं, चक्का जाम कर रहे हैं, प्रदर्शन कर रहे हैं, वह सब कौन है और किस प्रदेश के है? (एजेंसी, हि.स.)
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