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‘कोई लगवा दो बेटी को किडनी’, पीड़िता सुनीता को न्याय दिलाने के लिए 10 दिन से धरना

मुजफ्फरपुर: चर्चित किडनी कांड की पीड़िता सुनीता डायलिसिस के सहारे जीवन जी रही है. सुनीता को न्याय दिलाने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता और ग्रामीण लगातार धरने पर बैठे हुए हैं. सकरा के रेफरल अस्पताल परिसर में लगातार 10 दिन से धरना जारी है. लेकिन अब तक ना तो सरकार की नींद टूटी है ना ही कोई बड़े नेता सामने आए हैं.

सुनीता के पिता, पति और बच्चों के आंखों में आंसू है. तिल तिल मर रही सुनीता के लिए वह लगातार इलाज की उम्मीद लगाए बैठे हैं. सुनीता के पिता लालदेव राम रोते-रोते लोगों से बेटी के इलाज की गुहार लगा रहे हैं. बीते 10 दिनों से धरना पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण कुमार ने अब यहां तक कह दिया कि अगर अब सरकार सुनीता के इलाज की व्यवस्था नहीं की तो अब वह भूख हड़ताल पर बैठेंगे, लेकिन सुनीता को न्याय दिला कर रहेंगे.

वहीं, पति अकलू राम ने मंत्री मुरारी गौतम के द्वारा दिए गए बयान पर दुख व्यक्त करते हुए कहते हैं कि क्या उन्हें नहीं पता था कि लालू प्रसाद यादव और मेरे में कितना अंतर है. बता दें कि बिहार सरकार के पंचायती राज मंत्री ने किडनी कांड को लेकर धरने दे रहे लोगों को लेकर बेतुका बयान दे दिया था.

मुजफ्फरपुर के सकरा पहुंचे मंत्री मुरारी गौतम नने किडनी कांड पीड़िता सुनीता की तुलना लालू से करते हुए कहा कि धरना देने से कुछ नहीं होता. लालू को किडनी लगवाने के लिए तेजस्वी ने कोई धरना नहीं दिया. लालू की बेटी ने बिना धरना दिए किडनी दे दिया. इसके बाद उन्होंने कहा कि कोई किडनी डोनेट कर दे तो पीड़ित का इलाज फ्री में बिहार सरकार करवाएगी.


बता दें कि मुजफ्फरपुर के बरियारपुर बाजी गांव में युटेरस का ऑपरेशन कराने गई सुनीता की प्राइवेट हॉस्पिटल में दोनों किडनी निकाल ली गई थी. सुनीता मुजफ्फरपुर के शुभ कांत क्लीनिक में पेट दर्द की शिकायत लेकर पहुंची थी जहां डॉक्टरों ने कहा कि उसका यूट्रस खराब हो गया है और ऑपरेशन करना होगा. फिर सुनीता को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया.

ऑपरेशन के बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी थी. इसके बाद परिजन महिला को लेकर पीएमसीए पहुंचे तो जांच में पता चला कि उसकी एक भी किडनी नहीं है. इसके बाद परिजनों ने सुनीता को मुजफ्फरपुर में ले जाकर एसकेएमसीएच में एडमिट कराया, फिर एसकेएमसीएच से बेहतर इलाज के लिए उसे आईजीआईएमएस में रेफर कर दिया गया था.

सुनीता कुछ समय आईजीआईएमएस में डायलिसिस पर रही अब उसे दोबारा एसकेएमसीएच भेज दिया गया था जहां वो किडनी मिलने का इंतजार कर रही है. समस्या केवल इलाज की ही नहीं है. सुनिता देवी को फिलहाल डायलिसिस पर रखा गया है जिसके इलाज को लेकर काफी खर्चा है. वहीं परिवार अब इस पूरे इलाज को लेकर सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं.

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