ब्‍लॉगर

मानव जीवन का व्यापकतर प्रयोजन

– गिरीश्वर मिश्र गोस्वामी तुलसीदास के रामचरितमानस के किष्किंधा काण्ड में एक प्रसंग आता है जिसमें सीता जी की खोज के लिए वानरों के प्रस्थान के अवसर पर राजा सुग्रीव, अंगद, नल तथा हनुमान आदि प्रधान योद्धाओं को मन, वचन और कर्म से प्रभु श्रीराम के कार्य को संपन्न करने को कहते हैं। उसी क्रम […]