ब्‍लॉगर

‘सूचना’ जैसी निर्दयी मां कब तक रहेंगी समाज में…!

– ऋतुपर्ण दवे कोई मां भला कैसे निर्दयी हो सकती है? क्रूर हो सकती है? कैसे अपने जिगर के टुकड़े को बैग में पैक कर सड़क रास्ते लंबे सफर पर बेखौफ निकल सकती है? इसके जवाब मनोचिकित्सकों के पास अपने-अपने ढंग के और अलग भी हो सकते हैं। लेकिन गोवा में एक आम नहीं बल्कि […]

ब्‍लॉगर

आखिर कब तक गैस चैंबर बनता रहेगा दिल्ली-एनसीआर?

– योगेश कुमार गोयल दिल्ली-एनसीआर की हवा में दीवाली से कुछ दिन पहले ही इस कदर जहर घुल चुका है और हवा इतनी दमघोंटू हो चुकी है कि लोगों को न केवल सांस लेना मुश्किल हो गया है बल्कि अन्य खतरनाक बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार इस […]

उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News)

सायरन बजने पर कर्मचारी कितनी देर में पहुँचते हैं, रेलवे की मार्कड्रील

आज सुबह अचानक रेलवे के सायरन बचे तथा रेलवे स्टेशन पर बचाव कार्य का पूर्वाभ्यास हुआ-अधिकारियों ने दिए निर्देश उज्जैन। आज सुबह रेलवे स्टेशन पर दुर्घटना के दौरान आपाकालीन मॉकड्रिल हुई। सुबह सायरन बजते ही कर्मचारी ट्रेन की और दौड़े और सुरक्षा के उपाय का प्रदर्शन किया। इस दौरान रेलवे के अधिकारी भी मौजूद थे। […]

ब्‍लॉगर

बोरवेल में कब तक दम तोड़ती रहेंगी मासूम जानें?

– योगेश कुमार गोयल देश के विभिन्न हिस्सों में लगातार होते बोरवेल हादसे चिंता का सबब बन रहे हैं। पिछले दिनों महज एक सप्ताह के दौरान तीन बोरवेल हादसों का होना और तीन में से दो हादसों में बच्चों की मौत हो जाना, ऐसे हादसों को लेकर आंखें खोलने के लिए पर्याप्त है। 27 फरवरी […]

बड़ी खबर

भारत के युवाओं को कब तक सब्र रखना होगा : वरुण गांधी

नई दिल्ली। भाजपा सांसद (BJP MP) वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने सवाल किया कि भारत के युवाओं ( Youths of India) को कब तक (How long) सब्र रखना होगा (Have to be Patience) ? उन्होंने गुरुवार को एक बार फिर नौकरी (Job) और पेपर लीक (Paper leak) पर अपनी ही सरकार (Own government) पर सवाल […]

ब्‍लॉगर

अदालतों की सुरक्षा राम भरोसे कब तक ?

– डॉ. रमेश ठाकुर राजधानी की जिला अदालतों में लगातार घटती खून वारदातों ने सोचने पर मजबूर कर दिया है। एक ही किस्म की घटनाएं बार-बार क्यों घट रही हैं। क्यों उन्हें नहीं रोका जा रहा। घटना भी ऐसी एकदम पुलिस के नाक के नीचे हो रही हैं। फिलहाल दिल्ली के रोहिणी कोर्ट की घटना […]

ब्‍लॉगर

नारी कब तक बेचारगी का जीवन जीयेगी?

– ललित गर्ग हम तालिबान-अफगानिस्तान में बच्चियों एवं महिलाओं पर हो रही क्रूरता, बर्बरता शोषण की चर्चाओं में मशगूल दिखाई देते हैं लेकिन भारत में आए दिन नाबालिग बच्चियों से लेकर वृद्ध महिलाओं तक से होने वाली छेड़छाड़, बलात्कार, हिंसा की घटनाएं पर क्यों मौन साध लेते हैं? इस देश में जहां नवरात्र में कन्या […]

ब्‍लॉगर

आखिर कबतक मनाते रहें गुलामी का नववर्ष

– सियाराम पांडेय ‘शांत’ वर्ष 1752 से ही भारत 01 जनवरी को आंग्ल नववर्ष मनाता चला आ रहा है। जब हम अंग्रेजों के अधीन थे तब तो बात समझ में आती है कि हमारी अपनी विवशता थी लेकिन अब हम परतंत्र नहीं हैं। हमारी आजादी को 73 साल हो गए लेकिन देश के एक भी […]

ब्‍लॉगर

आखिर कबतक रहेंगे बाढ़ से लाचार!

– ऋतुपर्ण दवे स्वतंत्रता के बाद देश में यदि कुछ तय है तो वह है कुछ खास प्रदेशों के निश्चित इलाकों में बाढ़ की विभीषका। यह बात अलग है कि किसी साल यह ज्यादा तबाही मचाती है तो कभी थोड़ा बहुत ताण्डव कर शांत हो जाती है। बाढ़ को लेकर बिहार, असम, प. बंगाल और […]

ब्‍लॉगर

कोरोनाः सुरक्षा मानकों के प्रति लापरवाही आखिर कब तक

– डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा कोरोना से बचाव के उपाय के प्रति हम कितने गंभीर हैं, उसे इसी से समझा जा सकता है कि झारखण्ड सरकार को मास्क नहीं लगाने पर अब एक लाख रु. तक के जुर्माने और दो साल तक की सजा का प्रावधान करना पड़ा है। पिछले दिनों एक प्रदेश के मंत्री […]