बालासोर। बालासोर (BalaSoar) में हुए ट्रेन हादसे (Train Accident) के बाद भी इस भयावह हादसे के जख्म हरे हैं। राहत-बचाव कार्य भले ही पूरा हो गया हो, पटरियां दुरुस्त हो गई हों लेकिन, अभी भी इसके निशान बाकी हैं। अपनों को खो चुकी वो आंखे अभी भी इस उम्मीद हैं कि शायद कोई चमत्कार हो […]