ब्‍लॉगर

मंदिर-मस्जिद साथ-साथ क्यों न रहें?

– डॉ. वेदप्रताप वैदिक मंदिर-मस्जिद विवाद पर छपे मेरे लेखों पर बहुत सी प्रतिक्रिया आ रही हैं। लोग तरह-तरह के सुझाव दे रहे हैं ताकि ईश्वर-अल्लाह के घरों को लेकर भक्तों का खून न बहे। पहला सुझाव तो यही है कि 1991 में संसद में जो कानून पारित हुआ था, उस पर पूरी निष्ठा से […]