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भाजपा: वैचारिक धुंधकाल के निराकरण का तंत्र

– प्रवीण गुगनानी विमर्श या नैरेटिव के नाम पर भारत में एक अघोषित युद्ध चला हुआ है। इन दिनों भारत में चल रहा विमर्श शुद्ध राजनैतिक है। राजनीति और कुछ नहीं समाज का एक संक्षिप्त प्रतिबिंब ही है। विमर्श में यह प्रतिबिंब विषय व समयानुसार कुछ छोटा या बड़ा होता रह सकता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक […]

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‘PM मोदी ने बदला चुनाव का नैरेटिव’, जानिए BJP चीफ JP नड्डा ने क्यों कही ये बात

अहमदाबाद: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) आगामी विधान सभा चुनाव (Assembly Election) से पहले गुजरात (Gujarat) के दौरे पर पहुंचे हैं. इस दौरान आज (शुक्रवार को) जेपी नड्डा ने अहमदाबाद (Ahmedabad) में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि जातिवाद की राजनीति को, संप्रदायवाद की राजनीति को, क्षेत्रवाद की राजनीति […]

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रामलीलाः मर्यादा का आख्यान

– हृदयनारायण दीक्षित प्रेय प्रिय होता है और श्रेय लोकमंगल का प्रेरक। प्रेय और श्रेय में दूरी रहती है। प्रिय का श्रेष्ठ होना जरूरी नहीं। श्रेष्ठ को प्रिय बना लेना भक्तियोग से ही संभव है। प्रेय को श्रेय नहीं बनाया जा सकता। सभ्यता और संस्कृति के आदर्श से श्रेय का निर्धारण होता है और प्रेय […]