ब्‍लॉगर

पूर्वजों को श्रद्धांजलि देना ही श्राद्ध है

– रमेश सर्राफ धमोरा हिन्दू धर्म में माता-पिता की सेवा को सबसे बड़ी पूजा माना गया है। इसलिए हिंदू धर्म शास्त्रों में पितरों का उद्धार करने के लिए पुत्र की अनिवार्यता मानी गई हैं। जन्मदाता माता-पिता को मृत्यु-उपरान्त लोग विस्मृत न कर दें इसलिए उनका श्राद्ध करने का विशेष विधान बताया गया है। श्राद्ध हिन्दू […]

ब्‍लॉगर

सद् विचारों को अपनाना ही इकलौता रास्ता

  हृदयनारायण दीक्षित विश्व मानवता विचार व बुद्धि से संचालित है। हम इसके अविभाज्य अंग हैं। इसलिए हम सब भी विचार व भाव प्रेरित हैं। क्वांटम भौतिकी के विशेषज्ञ डॉ. जाॅन हेजलिन ने लिखा है, ‘‘हमारा शरीर वस्तुतः हमारे विचारों का परिणाम है। हम चिकित्सा विज्ञान में यह समझना शुरू कर रहे हैं कि विचारों […]