ब्‍लॉगर

दम तोड़ते माओवाद का एकमात्र उद्देश्य धन की उगाही

उपेन्द्र नाथ राय माओवाद का सिद्धांत अब वैसे ही रह गया है, जैसे आज की राजनीति सिद्धांतविहीन हो गयी है। बस्तर में कहने के लिए माओवादी लड़ते तो आदिवासियों के लिए हैं, लेकिन हत्याएं भी सर्वाधिक उन्हीं की करते हैं। उनके सिद्धांत से विमुख हुए नहीं कि उनकी नृशंस हत्या कर पुलिस मुखबिर होने का […]