ब्‍लॉगर

दुनिया को समझना होगा ‘माता भूमि, पुत्रोह्म पृथिव्या:’ का निहितार्थ

– कुल भूषण उपमन्यु आज प्लास्टिक, मिट्टी, पानी, और वायु का प्रदूषक बनता जा रहा है। जमीन पर पड़े हुए प्लास्टिक से धूप के कारण अपर्दन से टूटकर सूक्ष्म कण मिट्टी में मिल जाते हैं और मिट्टी के उपजाऊपन को नष्ट करने का काम करते हैं। पानी में मिल कर मछलियों के शरीर में पहुंच […]

ब्‍लॉगर

विपक्ष जनभावना को समझने में विफल

– विकास सक्सेना राज्यसभा चुनाव में जमकर हुई क्रॉस वोटिंग के दम पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में दो अतिरिक्त सीट पर विजय हासिल कर ली। नेतृत्व के निर्देशों की अनदेखी करके क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों पर हमेशा की तरह ‘बिक जाने’ या ‘डर जाने’ के आरोप लगाए […]

देश राजनीति

बैठक से पहले कांग्रेस ने BJP को घेरा, कहा-वे मोहब्बत का मतलब ही नहीं समझते’

हैदराबाद (Hyderabad)। कांग्रेस की पुनगर्ठित कार्य समिति (CWC) की पहली बैठक शनिवार को हैदराबाद में होगी, जिसमें अगले साल के लोकसभा 2024 और इस वर्ष होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों (assembly elections) की रणनीति तथा कई अन्य विषयों पर मंथन किया जाएगा। पार्टी इस आयोजन के माध्यम से तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र […]

ब्‍लॉगर

गुलाम नबी आजाद के मर्म को समझो भाई

– हृदयनारायण दीक्षित गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि, ‘इस्लाम का जन्म 1500 साल पहले हुआ था। भारत में कोई भी बाहरी नहीं है। हम सभी इसी देश के हैं। भारत के मुसलमान मूल रूप से हिंदू थे, बाद में मतांतरित हो गए।’ कांग्रेस का साथ छोड़कर डेमोक्रेटिव प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) बनाने वाले […]

ब्‍लॉगर

सड़क निर्माण में पर्यावरण मित्र समझ जरूरी

– कुलभूषण उपमन्यु इस साल जुलाई के दूसरे सप्ताह में ब्यास घाटी में आई भयानक बाढ़ ने पूरे प्रदेश को हिला दिया। हजारों करोड़ रुपये की आर्थिक हानि के साथ 100 से ज्यादा निरपराध लोग काल का ग्रास बन गए। आवागमन के साधनों के चौपट हो जाने और आसन्न खतरे की चिंताओं ने जन सामान्य […]

ब्‍लॉगर

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस: समझनी ही होगी प्रकृति की मूक भाषा

– योगेश कुमार गोयल प्रदूषित हो रहे पर्यावरण के आज जो भयावह खतरे हमारे सामने आ रहे हैं, उनसे शायद ही कोई अनभिज्ञ हो और हमें यह स्वीकार करने से भी गुरेज नहीं करना चाहिए कि इस तरह की समस्याओं के लिए कहीं न कहीं जिम्मेदार हम स्वयं भी हैं। पेड़-पौधों की अनेक प्रजातियों के […]

देश मध्‍यप्रदेश

नाबालिग रेप पीड़िता की FIR निरस्त, HC ने कहा- इस उम्र में किशोरियां अपना भला-बुरा समझने में सक्षम

ग्वालियर: ग्वालियर हाईकोर्ट ने 17 साल 10 महीने उम्र की दुष्कर्म पीड़िता की एफआईआर को निरस्त कर दिया. हाई कोर्ट ने कहा कि यह सही है कि पीड़िता नाबालिग है. लेकिन, इस आयु वर्ग के किशोर-किशोरियों के मानसिक और शारीरिक विकास को देखते हुए माना जा सकता है कि वह अपने अच्छे-बुरे के बारे में […]

ब्‍लॉगर

समझने की जरूरत है ‘ऑनलाइन’ धर्मांतरण का ‘गेम’

– मृत्युंजय दीक्षित ऑनलाइन गेमिंग ऐप वैसे तो कई प्रकार से समाज के लिए नुकसानदेह है किन्तु कट्टरपंथी इस्लामिक तत्वों द्वारा इनका प्रयोग धर्मांतरण के लिए किया जाना एक बड़े दुश्चक्र के रूप में सामने आया है । इसका खुलासा विस्मय करने वाला है। पुलिस के हत्थे चढ़े मुख्य आरोपित शहनवाज खान उर्फ बद्दो के […]

ब्‍लॉगर

द केरला स्टोरीः फिल्म के आंकड़ों से ज्यादा मूल बात को समझने की है

– निवेदिता सक्सेना हाल ही में रिलीज हुई फिल्म `द केरला स्टोरी’ तथ्यपरख होने के साथ आने वाले भविष्य के लिए एक दस्तक भी है। जो न सिर्फ बेटियों के लिए, वरन हर उस इंसान के लिए जो अब तक अपने जीवन मूल्य के अस्तित्व को न समझ पाया है न ही उसे बताया गया […]

ब्‍लॉगर

हड़ताल का मनोविज्ञान समझने की जरूरत

– सियाराम पांडेय ‘शांत’ विरोध-प्रदर्शन, सत्याग्रह, हड़ताल और आंदोलन लोकतंत्र के ऐसे हथियार हैं जो अपनी जिम्मेदारी को भूल बैठे सत्ताधीशों को कुम्भकर्णी नींद से जगाने में अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन हर आंदोलन की अपनी मर्यादा होती है।अपनी आधार भूमि होती है। अपना उद्देश्य होता है। बात-बात पर होने वाले आंदोलन देश का मार्गदर्शन […]