उज्जैन। शा.कालिदास कन्या महाविद्यालय 30 वर्ष तक किराए के भवन में मोहन टॉकिज के पिछे लग रहा था। रामजनार्दन मंदिर के समीप सिंहस्थ मेला क्षेत्र में विशेष अनुमति के बाद कॉलेज भवन बनकर तैयार हुआ था। इस भवन में छात्राएं पढ़ाई प्रारंभ करती,इसके पूर्व ही यहां पर माधव कॉलेज को स्थानांतरित करने और माधव कॉलेज में शा.कालिदास कन्या महाविद्यालय लगाने के आदेश शासन द्वारा बीती रात प्रशासन को भेज दिए गए हैं। इस संबंध में बुधवार सुबह प्राचार्य सहित प्राध्यापकों ने भारी मन से कहा: शासन के आदेश का पालन हर हाल में करेंगे ही। गहरी सांस खींचकर बोले: 30 वर्ष बाद अपने भवन का सपना देखा था…वह अधूरा रह गया..।
दो प्रकार की समस्याओं का सामना करना होगा दोनों भवनों में
शा.कालिदास कन्या महाविद्यालय का जो नया भवन बनाया गया था,वह पूरी तरह से छात्राओं की पढ़ाई को देखते हुए था। टायलेट्स से लेकर कॉमन रूम तक उसी प्रकार से डिजाइन किया गया था। इसके उलट मॉधव कॉलेज की 18 वीं शताब्दी में बनी बिल्डिंग में कुछ भी व्यवस्थित नहीं है। यहां पर इंफ्रा स्ट्रक्चर निर्मित करना होगा। टॉयलेट्स तो ठीक है,स्मार्ट क्लास के लिए भी संसाधन नए सिरे से जुटाना होंगे।
उज्जैन। यदि प्राचीन ग्रंथों का उदाहरण लें तो ऋग्वेद 10-85-6, मैत्रायणी संहिता 3-7-3, गृह्य सूत्र 1-7, शथपथ ब्राम्हण/एतरेय ब्राम्हण में तथा रामायण में श्रीराम जन्म के समय एवं श्रीमद् भागवत में श्रीकृष्ण जन्म के स्त्रियों के द्वारा सामुहिक रूप से लोक गीत गाने का वर्णन मिलता है। संस्कृत चरित्र महाकाव्य 2-85 में हर्ष ने स्त्रियों […]
पंचक्रोशी से श्रद्धालुओं का लौटना शुरु-सिद्धवट पड़ाव पर होगा रात्रि विश्राम उज्जैन। तय समय पर पंचक्रोशी यात्रा शुरु करने वाले श्रद्धालुओं का कल नगर प्रवेश होगा और इसी के साथ अष्टतीर्थ यात्रा शुरु कर देंगे। इधर समय से पहले पंचक्रोशी यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं का नगर में लौटना शुुरु हो गया है। जो श्रद्धालु कल […]
उज्जैन। प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर कल उज्जैन सहित देशभर में वैक्सीनेशन का महाअभियान चलाया गया। इसमें जिले में 1 लाख 6 हजार से अधिक डोज लगाने का उज्जैन में रिकार्ड बना। कल शाम तक जिले में 5 लाख से अधिक लोग वैक्सीन का दूसरा डोज लगवा चुके थे। अभी भी 11 लाख से अधिक लोगों […]
उज्जैन। भाद्र पद के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा से आज श्राद्ध पक्ष का आरंभ हो गया। पूर्वजों के निमित्त श्राद्ध, पिंडदान और तर्पण करने का यह सिलसिला सर्वपितृ अमावस्या तक 16 दिन चलेगा। श्राद्ध पक्ष के पहले ही दिन आज सुबह से गया कोठा तीर्थ पर पितृकर्म कराने आए लोगों की लंबी कतार नजर आई। […]