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जून-जुलाई में ही शिक्षकों ने ले ली थी बैंक खातों से जुड़ी जानकारी

  • आधा सत्र बीता, सरकारी स्कूलों के हालात

सिरोंज। आधा शिक्षा सत्र बीतने वाला है लेकिन सरकारी स्कूलों के बच्चों को अभी तक गणवेश नहीं मिल सकी है। वे अपने बैंक खाते भी शिक्षकों को दे चुके हैं और इसके बाद से ही उनके अभिभावक बच्चों की गणवेश की राशि आने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन कोई भी सही तरीके से ये जानकारी नहीं दे पा रहा है कि गणवेश की राशि उनके खातों में कब आएगी। जबकि जून के महीने में सत्र की शुरूआत से ही बच्चे गणवेश का इंतजार कर रहे हैं। राशि नहीं मिलने के कारण वे अभी भी विभिन्न तरह की पोशाख पहनकर स्कूल पहुंच रहे हैं। अभिभावक परसराम पंथी ने बताया कि चार साल से ऐसे ही हाताल बन रहे हैं। सत्र की शुरूआत में ही बच्चों से जुड़ी पूरी जानकारी ले ली जाती है लेकिन जब गणवेश मिलती है तब सत्र खत्म होने की स्थिति में आ जाता है। ऐसे में बच्चे इस गणवेश का उपयोग घर में ही करने लगते हैं। अभिभावक विमलाबाई ने बताया कि यदि शुरूआत में ही बच्चों को गणवेश मिल जाए तो वे उत्साह के साथ स्कूल जाते हैं और पढ़ाई को लेकर भी उत्सुक रहते हैं। अब तो ऐसा लगता है कि सरकार सिर्फ खानापूर्ति के लिए गणवेश दे रही है। गणवेश वितरण का कोई उद्देश्य को ये दिखाई नहीं दे रहा। इस बार भी अद्र्ध वार्षिक परीक्षा हो चुकी हैं और अभी तक बच्चों को उनकी गणवेश मिलने का कोई ठिकाना नहीं दिखाई दे रहा।



साल दर साल बदल रही राशि वितरण की प्रक्रिया
गणवेश वितरण की प्रक्रिया को लेकर भी सरकार के कदम हर बार बदल जाते हैं। योजना की शुरूआत में पालक शिक्षक संघ के खाते में सभी बच्चों की राशि भेजी गई थी। स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को उनकी माप के अनुसार गणवेश प्रदान की। कुछ सालों बाद इसमें फेरबदल कर अभिभावकों के खातों में राशि डाली जाने लगी लेकिन कई अभिभावकों ने गणवेश ही नहीं बनवाई। जिसके चलते सरकार ने प्रक्रिया में फिर बदलाव किया और कोरोना काल के पहले महिला स्वसहायता समूहों को गणवेश सिलने की जिम्मेदारी सौंप दी। महिला समूहों ने कोरोना काल में भी गणेवश का निर्माण किया लेकिन वे भी समय से नहीं दे सके। इस बार फिर इस प्रक्रिया में परिवर्तन किया और अब बच्चों के बैंक खातों में गणवेश की राशि भेजने की जानकारी सामने आ रही है। ये राशि कब तक आएगी यह कोई भी नहीं बता पा रहा।

सिरोंज में ही 26923 बच्चों को मिलना है गणवेश
सिरोंज विकासखंड के बच्चों से जुड़ी जानकारी स्कूलों द्वारा महीनों पहले दी जा चुकी थी। इसके मुताबिक इस साल प्राथमिक शालाओं में 16576 और माध्यमिक शालाओं के 10437 बच्चों को गणवेश प्रदान की जाना है। इन बच्चों की सूची और खाता नंबर राज्य शिक्षा केन्द्र के पास भेजे जा चुके हैं। केन्द्र द्वारा ही बच्चों के बैंक खातों में राशि डाली जाना है। राशि कब तक आएगी इसकी जानकारी क्षेत्र के अधिकारियों के पास भी नहीं आई है।

साइकल वितरण की प्रक्रिया ही शुरू नहीं हो सकी
गणवेश के अलावा सरकार द्वारा छठवीं कक्षा में आने वाले उन बेटियों को नि:शुल्क साइकल का वितरण भी किया जाता है। जो दूसरे गांवो से स्कूल में पढऩे आती है। साइकल वितरण की प्रक्रिया की शुरूआत भी अभी तक नहीं हो सकी है। यानि कब शुरूआत होगी और कब साइकल लेने संबंधी टेंडर होंगे कुछ नहीं स्पष्ट नहीं है। इन हालातों में ये लगता है कि इस सत्र में इन बेटियोंं को साइकल मुश्किल से ही मिल सकेगी।

इनका कहना है
इस बार विकासखंड के 26923 बच्चों को गणवेश प्रदान की जाना है। प्रत्येक बच्चे को 2 गणवेश खरीदने के लिए 600 रूपए प्रदान किए जाएंगे। यह राशि बच्चों के बैंक खातों में आएगी। राशि कब तक आएगी इस संबंध में कोई निर्देश अभी तक हमें नहीं मिले हैं।
ओमप्रकाश रघुवंशी बीआरसी सिरोंज।

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