आचंलिक

कलेक्टर पहुंचे तो स्कूल में लटके मिले ताले

  • हेडमास्टर निलंबित, 5 शिक्षकों की वेतनवृद्धि रोकी
  • ग्रामीण अंचलों में शिक्षकों की मौज, घपलेबाजी भी

गुना। कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए. द्वारा बुधवार को गुना विकास खण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत करीली, नयागांव, सिरसी, कलेचरी का भ्रमण किया गया। इस दौरान अमृत सरोवर योजनांतर्गत निर्मित तालाब का निरीक्षण किया गया। इस दौरान आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गये। कलेक्टर द्वारा ग्राम पंचायत कारीली के ग्राम चिडऱउ में तालाब का भ्रमण किया इस दौरान उन्होंने ग्रामीण से चर्चा कर उचित मूल्य की दुकान पर राशन वितरण की जानकारी प्राप्त की। इस दौरान वृद्धावस्था पेंशन के हितग्राहियों व आयुष्मान कार्ड आदि की जानकारी ली।
उन्होंने ग्राम पंचायत सिरसी स्थित शासकीय एकीकृत शाला माध्यमिक विद्यालय नयागांव स्कूल का निरीक्षण किया। निरीक्षण में स्कूल बंद पाया गया। इस दौरान (प्रा.शि.) प्रधानाध्यापक रामसिंह भूरिया को निलंबित करने एवं माध्यमिक शिक्षक कु. लक्ष्मी चिड़ार, माध्यमिक शिक्षक करनलाल सहरिया, प्राथमिक शिक्षक राम कल्याण बैरागी, प्राथमिक शिक्षक श्रीमति रेखा बैरागी तथा प्राथमिक शिक्षक महेश कुमार कसेरा की एक-एक वेतनवृद्धि रोकने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत प्रथम कौशिक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद गुना गौरव खरे उपस्थित रहे।


ग्रामीण अंचलों के विधालयों शिक्षकों की मौज
जिले भर के दूरदराज ग्रामीण जंगली इलाकों में संचालित सरकारी विद्यालयों की हालत बेहद ही दयनीय है अनेकों दिनों तक जहां स्कूल ही नहीं खुल रहे वहां बच्चों की पढ़ाई किस प्रकार चल रही होगी अंदाजा लगाया जा सकता है लेकिन स्कूल में दर्ज बच्चों की संख्या के हिसाब से सरकारी अनुदान का लाभ भरपूर तरीके से फर्जी कागजात तैयार करके उठाया जा रहा है। सरकारी पैसे को विद्यालयों के कर्ताधर्ता कागजी खानापूर्ति करके हड़प लेते हैं और उनका बंदरबांट आपस में मिलजुलकर कर लिया जाता है।

मध्यान भोजन सहित अन्य फंडों में गड़बड़ी
बताया जाता है कि सरकारी विद्यालयों में चल रही मध्यान्ह भोजन योजना में छात्र-छात्राओं को मीनू अनुसार भोजन नहीं परोसा जा रहा है घटिया किस्म की खाने की सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है विद्यालयों के रखरखाव डेंटिंग पेंटिंग मरम्मत फर्नीचर आदि के लिए आने वाली सरकारी रकम भी घोटाला करके हडपी जा रही है वरिष्ठ अफसरों को भी घपले घोटालों की भनक है लेकिन उचित कार्यवाही नहीं हो रही। विद्यालयों में मारसाबों के द्वारा छात्र-छात्राओं से कभी झाड़ू पोछा करवाने तो कभी बर्तन धुलवाने जैसे फोटो वीडियो आए दिन सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं। हालांकि अपने कर्मचारियों को बचाने में जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अफसर हमेशा आगे रहते हैं।

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