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बॉर्डर पर बढ़ा तनाव, भारत छोड़ने की तैयारी में ये चाइनीज कंपनी

नई दिल्ली: चीन की सबसे बड़ी फार्मा कंपनी फोसुन फार्मा (Fosun Pharma) ने भारत छोड़ने का मन बना लिया है. चीनी अरबपति गुओ गुआंगचांग (Chinese Billionaire Guo Guangchang) के शंघाई फोसुन फार्मास्युटिकल ग्रुप ने ग्लैंड फार्मा (Gland Pharma) से अपनी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए ग्रुप ने कई प्राइवेट इक्विटी फर्मों से संपर्क किया है.

इकॉनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार फोसुन ने कथित तौर पर, एडवेंट इंटरनेशनल, बैरिंग प्राइवेट इक्विटी एशिया, बैन कैपिटल, ब्लैकस्टोन, कार्लाइल और केकेआर उनमें से हैं जिनसे फोसुन की ओर से संपर्क किया गया है. ईटी ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि यह देश की सबसे बड़ी फार्मा डील (Biggest Pharma Deal in India) में से एक हो सकती है.

2017 में किया था 74 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण
बीएसई फाइलिंग के अनुसार, हैदराबाद स्थित ग्लैंड फार्मा में फोसुन इंटरनेशनल की 57.86 फीसदी की नियंत्रित हिस्सेदारी है, जो इंजेक्टेबल दवाओं में माहिर है. फोसुन ने 2017 में लगभग 1.1 बिलियन डॉलर में ग्लैंड फार्मा में 74 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की थी. कंपनी तीन साल बाद 6,480 करोड़ रुपये का आईपीओ लेकर आई. ईटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि मॉर्गन स्टेनली को एक खरीदार खोजने के लिए कहा गया है और चर्चा अभी भी प्राइमरी स्टेज में है. इस बारे में फोसुन, ग्लैंड फार्मा, एडवेंट, बैन, ब्लैकस्टोन, कार्लाइल, केकेआर की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.


नई पूंजी जुटाने में असमर्थ
29 नवंबर को, ब्लूमबर्ग ने बताया था कि फोसुन अपनी बैलेंस शीट को मजबूत करने के लिए ग्लैंड फार्मा में अपनी हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रहा है. कंपनी चीन के प्रॉपर्टी सेक्टर में मंदी के प्रभाव कारण गंभीर रूप से फाइनेंशियल स्ट्रेस में आ गई है, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ग्रुप अब नई पूंजी जुटाने में असमर्थ है. यूरोप के सेनेक्सी ग्रुप का अधिग्रहण भी निवेशकों को उत्साहित करने में विफल रहा. ग्लैंड फार्मा के मुकाबले सेनेक्सी का प्रॉफिट मार्जिन और रिटर्न रेशियो काफी कम है. विदेशी ब्रोकरेज नोमुरा ने कहा कि अधिग्रहण ‘न्यूट्रल’ था.

60 देशों में है ग्लैंड फार्मा की मौजूदगी
हैदराबाद स्थित ग्लैंड ऑन्कोलॉजी और कार्डियोलॉजी सेंट्रिक पर ध्यान केंद्रित करने वाली इंजेक्शन एंटीबायोटिक्स और दवाओं में माहिर है. कंपनी वेबसाइट के अनुसार, इसकी लगभग 60 देशों में मौजूदगी है. यूएस, कनाडा, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया ग्लैंड फार्मा के प्रमुख बाजार हैं. 30 सितंबर, 2022 तक, Gland और उसकी सहायक कंपनियों के पास अमेरिका में 322 संक्षिप्त नए ड्रग एप्लिकेशन (ANDA) फाइलिंग थे, जिनमें से 259 स्वीकृत थे और 63 लंबित थे. इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान भारत के बाजार की कुल बिक्री में 7 फीसदी हिस्सेदारी रही. Gland ने वित्त वर्ष 22 में 4,400.71 करोड़ रुपये का रेवेन्यू और 1,212.16 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट पोस्ट किया.

ग्लैंड फार्मा के शेयरों में तेजी
जब से मार्केट में फोसुन के ग्लैंड फार्मा से हिस्सेदारी बेचने की बात सामने आई है तब से कंपनी के शेयरों में तेजी देखने को मिल रही है. मौजूदा समय दो बजकर 35 मिनट पर कंपनी के शेयर में 1.22 फीसदी की तेजी देखने को मिल रही है और दाम 1735.45 रुपये पर आ गए हैं. वैसे आज कंपनी का शेयर 1725 रुपये पर ओपन हुआ था और 1755.70 रुपये के साथ दिन के हाई पर पहुंचा.

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