इंदौर न्यूज़ (Indore News)

पेंटरी और टेलरिंग छोड़ खजराना के बने सबसे बड़े भूमाफिया

बब्बू-छब्बू की कहानी… चर्चित माफियाओं के साथ हड़पी संस्थाओं और सरकारी जमीनें
इंदौर। भूमाफियाओं-गुंडों के मकानों को जमींदोज करने की चल रही कार्रवाई के दौरान आज खजराना क्षेत्र के नामी गुंडे बब्बू-छब्बू के मकानों पर कार्रवाई की गई। खजराना में ही सरकारी और योजनाओं में शामिल जमीनों के अलावा संस्थाओं की जमीनों पर चर्चित भूमाफियाओं के साथ मिलकर इन दोनों ने अवैध कब्जे किए और चंद वर्षों में ही करोड़ों रुपया इसी तरह कमा लिया, जबकि उसके पहल पेंंटरी और टेलरिंग का काम करते थे।
भूमाफिया सुल्तान शेख उर्फ बब्बू के पटेल नगर स्थित फार्म हाउस पर पूर्व में भी कार्रवाई की गई थी, जिसमें 50 नई इलेक्ट्रीक बाइक भी जब्त की गई थी। वहीं बब्बू को गिरफ्तार भी किया गया था और छब्बू फरार हो गया था। पिछले कुछ सालों में ही बब्बू-छब्बू ने खजराना क्षेत्र में करोड़ों की जमीनें हड़प ली, जबकि कुछ वर्ष पहले तक बब्बू मालवा मिल क्षेत्र में शर्ट बनाने का काम करता था, तो छब्बू उर्फ शाबिर पेंटरी से अपनी रोजी-रोटी कमाता था। बाद में जमीनों के कारोबार में उसे और शहर के चर्चित भूमाफियाओं के साथ मिलकर सरकारी जमीनों से लेकर प्राधिकरण की योजनाओं में शामिल जमीनें और गृह निर्माण संस्थाओं की जमीनों पर कब्जे कर लिए। गत वर्ष भी चली मुहिम के दौरान इन दोनों गुंडों के खिलाफ इसी तरह की कार्रवाई की गई थी। जो कुछ भूमाफिया जेल गए या फरार हैं उनके साथ भी बब्बू-छब्बू की सांठगांठ रही। श्रीराम गृह निर्माण संस्था से लेकर नव भारत, न्याय विभाग कर्मचारी सहित अन्य संस्थाओं की जमीनें इन दोनों ने हड़प ली।
लाला हत्याकांड के बाद चर्चा में आए थे बब्बू-छब्बू
इंदौर। आज प्रशासन और पुलिस ने जिस मो. सुल्तान शेख उर्फ बब्बू और साबिर उर्फ छब्बू का घर तोड़ा, वे शहर के चर्चित शहजाद लाला हत्याकांड से चर्चा में आए थे। बताया जा रहा है कि इससे पहले भी एक हत्याकांड में इनका नाम उछला था। पुलिस से दोनों के पुराने कारनामों के बारे में पूछा गया तो पता चला कि सदर बाजर क्षेत्र में एक नामी व्यक्ति की हत्या में दोनों के नाम आ चुके हैं। इसके अलावा इन लोगों ने डायमंड कॉलोनी खाली कराने का ठेका भी लिया था। उक्त कॉलोनी में इनके साथ शहजाद लाला और कई लोग शामिल थे। डायमंड कॉलोनी पहले कनाडिय़ा थाना क्षेत्र में आती थी। उस दौरान पुलिस ने मामले में लीपापोती करते हुए जिन्हें बेघर किया गया था उन पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया था। वरिष्ठ पुलिस अफसरों की दखलंदाजी के बाद इन सभी पर हत्या के प्रयास सहित कई धाराओं में केस दर्ज हुआ था। डायमंड कॉलोनी खाली कराने में आए रुपयों को लेकर शहजाद लाला से इनकी ठन गई। दोनों के लिए काम करने वाला शहजाद लाला इन्हें आंखें दिखाने लगा तो इन्होंने उसे रास्ते से हटाने की कोशिश की। रिसाला में एक पार्टी के दौरान शहजाद लाला को दोनों के बदमाशों ने घेर लिया और फिर लाला की हत्या कर दी गई।

Share:

Next Post

सात शहरों में बनेंगे नए रेस्ट हाउस

Wed Dec 2 , 2020
लोकक निर्माण विभाग ने आरक्षित की भूमि लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग की पंजी में विभाग दर्ज कराएगा अपनी परिसंपत्तियां इंदौर। प्रदेश के सात शहरों में लोक निर्माण विभाग नए रेस्ट हाउस बनाएगा। इसके लिए विभाग ने इंदौर, होशंगाबाद, जबलपुर, मुरैना, आगर-मालवा, नरसिंहपुर और धार में भूमि का चयन कर लिया है। विभाग ने तय किया […]