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किताब का दावा- डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस से खतरे को जानबूझकर हमेशा कम करके पेश किया

 

 

 

वाशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जानबूझकर कोरोना वायरस के खतरे को कम करके पेश किया था। इसका खुलासा एक किताब में हुआ है। एक अमेरिकी पत्रकार की किताब के अनुसार ट्रंप ने उसे बताया था कि वे फरवरी में ही वे जानते हैं कोरोना वायरस कितना खतरनाक साबित हो सकता है।

किताब के अनुसार ट्रंप इस वायरस को लेकर कोई दहशत पैदा नहीं करना चाहते थे और इसलिए उन्होंने इसे हमेशा जानबूझकर कम करके अमेरिकी लोगों के सामने पेश किया।

पत्रकार बॉब वूडवर्ड की किताब ‘रेज’ (Rage) 3 नवंबर को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले आई है। ट्रंप ने इस किताब के लिए कई इंटरव्यू बॉब को दिए थे और उसी दौरान उन्होंने कोरोना को कम करके पेश करने संबंधी बातें कही। यह किताब ट्रंप से बॉब के दिसंबर से जुलाई के बीच इंटरव्यू पर आधारित है। इस दौरान उन्होंने ट्रंप का 18 बार इंटरव्यू लिया।

किताब में छपी बातों के बाद ट्रंप एक बार फिर अपने विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में उनके प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन भी हमेशा ट्रंप पर कोरोना संकट से लापरवाही से निपटने का आरोप लगाते रहे हैं।

किताब के अनुसार ट्रंप ने कोरोना को लेकर क्या कहा

किताब में हुए जिक्र के अनुसार ट्रंप ने 19 मार्च को बॉब वूडवर्ड को बताया, ‘मैं हमेशा इसे कम करके देखना चाहता हूं। मैं अब अभी इसे जानबूझकर कम करके पेश कर रहा हूं, क्योंकि मैं कोई दहशत नहीं फैलाना चाहता।’

इसी बातचीत में ट्रंप ये भी कहते हैं, ‘वायरस के खतरे को लेकर अभी और हैरान करने वाले तथ्य आए हैं। ये केवल बुजुर्गों के लिए नहीं है, युवा लोग भी, बड़ी संख्या में भी युवा भी।’

ट्रंप साथ ही 7 फरवरी को बॉब के साथ इंटरव्यू में कहते हैं, ‘आप सांस लेते हैं और ये हवा के जरिए फैलता है, और ये अजीब स्थिति है। ये बहुत नाजुक मामला है। ये आपके स्ट्रेनेस फ्लू से भी ज्यादा मारक है। ये खतरनाक है।’

आलोचना में घिरने के बाद ट्रंप का बचाव

ट्रंप ने इस बीच लग रहे आरोपों को लेकर बुधवार को अपना बचाव किया। उन्होंने कहा, ‘सच ये है कि मैं इस देश के लिए चियरलीडर हूं। हम अपने देश को प्यार करते हैं और मैं लोगों को डराना नहीं चाहता था। हमने अपने स्तर पर काफी अच्छा प्रयास किया।’

उन्होंने कहा, ‘हमने काफी अच्छा काम किया। हम अभी भी दहशत नहीं फैलाना चाहते हैं। ये चीन की ओर से भेजा गया था। ऐसा कभी नहीं होना चाहिए था। ये बहुत खतरनाक स्थिति थी जो हम पर थोपी गई। मैंने हमेशा से अपनी बात खुल कर रखी है, भले ही वो वूडवर्ड (बॉब) हो या कोई और।’ गौरतलब है कि अेमेरिका में कोरोना वायरस से 1 लाख 90 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।

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