भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

सांची डेयरी में 20 करोड़ के मक्खन खरीदी का मामला लोकायुक्त पहुंचा

  • महाराष्ट्र की डेयरी को सरकारी या निजी मानने में उलझे अफसर

भोपाल। प्रदेश में सबसे बड़ी दुग्ध आपूर्ति करने वाली सहकारी संस्था सांची दुग्ध संघ (भोपाल सहकारी दुग्ध संघ मर्यादित) घपले, घोटाले और मिलावट को लेकर चर्चा में रहती है। अब 4 लाख किलो यानी 400 टन मक्खन खरीदी को लेकर विवादों में है। भोपाल दुग्ध संघ द्वारा भंडार क्रय-विक्रय एवं सेवा उपार्जन नियम 2020 का उल्लंघन कर 20 करोड़ का मक्खन महाराष्ट्र की डेयरी से खरीदने की शिकायत लोकायुक्त में हुइ है। शिकायत में भोपाल दुग्ध संघ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पर मक्खन खरीदी में भ्रष्टाचार के संगीन आरोप हैं। लोकायुक्त में शिकायत होने के बाद पशु पालन विभाग में हड़कंप मचा है। अधिकारी अब महाराष्ट्र की इंद्रापुर डेयरी एवं दुग्ध उत्पाद मर्यादित पुणे (सोनाई डेयरी)को सहकारी या निजी संस्था मानने में उलझ गए हैं।



शिकायर्तकर्ता सांची दुग्ध संघ के सेवानिवृत्त अधिकारी केके माहेश्वरी ने लोकायुक्त को की गई शिकायत में बताया कि इंद्रापुर डेयरी एवं दुग्ध उत्पाद (सोनाई डेयरी)एक निजी संस्था है एवं भारतीय राष्ट्रीय सहकारी डेरी फेडरेशन लिमिटेड (एनसीडीएफआई)से रजिस्टर्ड नहीं है। इंद्रापुर डेयरी न तो किसानों से दूध संकलन करती है और न ही यह किसानों से दूध क्रय करती है। डेयरी की जीएसटी रसीद के अनुसार वह एक वितरक एवं व्यावसायी श्रेणी की संस्था है और सहकारी न होकर निजी संस्था है। शिकायत में आरोप हैं कि भोपाल दुग्ध संघ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरपीएस तिवारी ने भ्रष्टाचार के चलते एक फर्जी सहकारी संस्था से ज्यादा कीमत पर सफेद मक्खन खरीदा। जबकि नियमानुसार एनसीडीएफआई के माध्यम से मक्खन खरीदना था। लोकायुक्त शिकायत के बाद पशु पालन विभाग के अधिकारी हरकत में आ गए हैं। उन्होंने खरीदी मामले में पड़ताल शुरू कर दी है।

4 लाख किलो खरीदा था मक्कन
भोपाल दुग्ध संघ ने सोनाई डेयरी से 4 लाख किलो मक्खन खरीदा था। जिसकी कीमत 20 करोड़ बताई जा रही है। मक्खन ज्यादा कीमत पर खरीदा गया। एमपीएसईडीसी के एमडी ने भी सीईओ भोपाल संघ को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। बताया गया कि इस मामले में दो लोगों के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी है। खास बात यह है कि सोनाई डेयरी के उत्पादों को एनसीडीएफआई ने ई मार्केट में लिस्टिंग करने पर रोक लगा दी थी। बताया गया कि सहकारी दुग्ध संघ का नियम है कि निजी डेयरी से उत्पाद नहीं खरीदे जा सकते। सिर्फ सहकारी संस्था से ही खरीदी जा सकती है। एक अन्य शिकायकताकर्ता पांडे ने भी प्रमुख सचिव को पत्र लिखा था और दुग्ध संघ सीइओ पर कार्रवाई की मांग की थी।

मामला संज्ञान में आया था। एक जांच कमेटी नियुक्त कर दी है। जांच के बाद जो निष्कर्ष आएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।
माल सिंह, आयुक्त भोपाल संभाग एवं प्रशासनिक भोपाल दुग्ध संज्ञ

 

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