नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की टीम अपने पहले टी-20 वर्ल्ड कप के खिताब के लिए अपनी-अपनी तैयारियों में लगी हुई हैं। दुनिया की दोनों ही शीर्ष टीमें अब तक एक बार भी टी-20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी नहीं जीत पाई हैं। हालांकि इस बार दोनों के पास इसे जीतने का मौका है। सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने जहां पाकिस्तान को हराया तो वहीं न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड को रोमांचक अंदाज में हराकर फाइनल में जगह पक्की की।
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दोनों ही टीमों के बीच कई समानताएं हैं और दोनों को तेज पिचों पर खेलने की आदत रही है लेकिन जिस तरह से इन्होंने यूएई की धीमी पिचों पर खुद को ढाला है, वह बेहतरीन है। ऐसे में अब रविवार को दुबई के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में होने वाले खिताबी मुकाबले में दुनिया की नज़रों में दोनों ही टीमों पर होंगी।
स्टोइनिस बनाम नीशम
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को फाइनल में पहुंचाने में उनके ऑलराउंडर की अहम भूमिका रही। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से मार्कस स्टोइनिस तो न्यूजीलैंड की तरफ से जिमी नीशाम ने महत्वपूर्ण पारियां खेली। दोनों ही खिलाड़ियों से उनकी टीम को एक बार फिर से ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी।
वार्नर और विलियमसन पर दारोमदार
ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर बेहतरीन फॉर्म में चल रहे हैं। उन्होंने इस टी-20 वर्ल्ड कप में शानदार बल्लेबाजी करते हुए मैच जिताऊ पारियां खेलीं। वर्ल्ड कप से पहले वार्नर की फॉर्म को लेकर काफी आलोचनाएं हुईं लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से सबका मुंह बंद कर दिया।
अब अगर फाइनल में भी उनका बल्ला चलता है तो वह ऑस्ट्रेलिया को पहली बार चैंपियन बन जाएगी। वहीं न्यूजीलैंड की तरफ से कप्तान केन विलियमसन पर एक बार फिर से दारोमदार होगा। विलियमसन ने कई मौकों पर अपनी टीम को मुश्किल परिस्थितियों से उबारा है। वह टिक करबल्लेबाजी करने में माहिर हैं और धीरे-धीरे पारी को आगे बढ़ाते हैं। ऐसे में उनकी बल्लेबाजी टीम की जीत के लिए अहम हो जाती है।
जम्पा बनाम सोढी
इस मैच में दोनों टीमों के स्पिनर की भूमिका अहम रहेगी। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से जहां एडम जम्पा खेल बिगाड़ सकते हैं तो वहीं न्यूजीलैंड की उम्मीदें ईश सोढी से रहेंगी। दोनों ही स्पिनरों ने इस टूर्नामेंट में अपनी टीमों के लिए शानदार प्रदर्शन किया है।
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी के सामने कीवियों का गेंदबाजी आक्रमण
ऑस्ट्रेलिया की टीम में अतिरिक्त बल्लेबाजी की गहराई है, तो न्यूजीलैंड के पास बेहतर गेंदबाजी आक्रमण है, जो टूर्नामेंट में सबसे किफ़ायती रही है। आमतौर पर बल्लेबाज़ी में गहराई रखने वाली टी-20 टीम बढ़िया कॉउंटर अटैक करती है। लेकिन यह सबसे कम स्कोरिंग वाला टी-20 विश्व कप रहा है, जो मज़बूत गेंदबाज़ी वाली टीमों को काफ़ी मौक़ा देता है।
ऑस्ट्रेलिया (संभावित): डेविड वॉर्नर, आरोन फ़िंच (कप्तान), मिचेल मार्श, स्टीव स्मिथ, ग्लेन मैक्सवेल, मार्कस स्टोइनिस, मैथ्यू वेड (विकेटकीपर), पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क, एडम जम्पा, जॉश हेज़लवुड.
न्यूजीलैंड (संभावित): मार्टिन गुप्टिल, डेरिल मिचेल, केन विलियमसन, टिम सीफर्ट (विकेटकीपर), ग्लेन फिलिप्स, जेम्स नीशम, मिचेल सैंटनर, टिम साउथी, एडम मिल्ने, ट्रेंट बोल्ट, ईश सोढी.
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