- बगैर हेलीकॉप्टर के प्रशासन ने रेस्क्यू कराए तीन ग्रामीण, प्रशंसा
- गांव में अफसरों ने गुजारी रात, 3 घंटे चला रेस्क्यू
- अफसरों की मेहनत सूझबूझ आई काम
गुना। पिछले 24 घंटे से गुना जिले में लगातार हो रही बारिश के चलते शहर सहित आसपास सभी नदी नाले उफान पर हैं हालांकि प्रशासन हर एक गतिविधि व घटनाओं पर पैनी नजर बनाए हुए हैं बमोरी के ग्राम पिपल्या में पार्वती नदी के तेज बहाव में तीन ग्रामीणों के फंसे होने की सूचना के बाद प्रभारी कलेक्टर आईएएस आदित्य सिंह तोमर ने बमोरी के तहसीलदार को घटनास्थल पर भेजा अफसर रात को गांव में ही रुके और स्थिति पर नजर बनाए रखें कला की रेस्क्यू के लिए हेलीकॉप्टर आने की भी चर्चाएं जोरों पर रही लेकिन प्रशासनिक अफसरों ने अपनी सूझबूझ से एसडीआरएफ की टीम बुलवाकर 3 घंटे की मशक्कत के बाद ग्रामीणों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया ग्रामीणों ने प्रशासनिक अफसरों का धन्यवाद दिया।
देर रात गांव मेें डटी रही एसडीआरएफ टीम
बमोरी तहसील और गौरी शंकर बैरवा ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामीणों के फंसे होने की सूचना के बाद रात भर गांव में ही डटे रहे एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया सुबह 6 बजे रेस्क्यू शुरू हुआ जो करीब 3 घंटे तक चला रेस्क्यू में लगे लोगों ने अपनी मेहनत और अपनी सूझबूझ से तीनों ग्रामीण जिनके नाम हरगोविंद मीणा, सीताराम मीणा, हंसराज मीणा को सुरक्षित बाहर निकाला। पार्वती के तेरी बाहों में फंसे तीनों ग्रामीणों को बाहर सुरक्षित निकालने में बमोरी तहसील दार गौरी शंकर बैरवा नायब तहसीलदार भारतेंदु सिंह यादव जागर चौकी प्रभारी उत्तम सिंह राजावत के अलावा एसडीआरएफ की टीम व अन्य ग्रामीणों का विशेष सहयोग रहा, मौके पर भाजपा नेता जिला पंचायत सदस्य महेंद्र सिंह किरार भी मौजूद रहे।