इंदौर। 6 किलोमीटर के प्रायोरिटी कॉरिडोर पर जल्द ही व्यावसायिक संचालन शुरू करने की तैयारी है, जिसके चलते स्टेशनों के निर्माण कार्य को अनुमति दी गई है, वहीं गांधी नगर में कोच की धुलाई के लिए एक वॉशिंग प्लांट भी लगाया गया है, जिसमें ऑटोमैटिक तरीके से ट्रेन की सफाई रात में होगी, ताकि मेट्रो ट्रेन चमचमाती नजर आए। पूरे परिसर को भी साफ-सुथरा रखा जाएगा। अभी प्रबंध संचालक द्वारा लगातार चल रहे निर्माण कार्यों का अवलोकन किया जा रहा है।
17 किलोमीटर का एलिवेटेड कॉरिडोर अभी गांधी नगर से लेकर सुपर कॉरिडोर, एमआर-10 विजय नगर चौराहा से रेडिसन तथा रोबोट चौराहा तक तैयार किया जा रहा है, जिसमें से 6 किलोमीटर के प्रायोरिटी कॉरिडोर पर पहले व्यावसायिक संचालन शुरू किया जाएगा, जिसकी तैयारी जोर-शोर से मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन कर रहा है। उसके प्रबंध संचालक एस. कृष्ण चैतन्य लगातार चल रहे निर्माण कार्य और खासकर प्रायोरिटी कॉरिडोर के बचे कामों को पूरा करा रहे हैं।
पेसेंजर रन से जुड़े सभी तरह के परीक्षण दस्तावेजों की जांच की प्रक्रियाभी चल रही है और अभी रोलिंग स्टॉक वॉशिंग प्लांट की प्रगति रिपोर्ट भी उनके द्वारा ली गई। दरअसल, गांधी नगर में ही मेट्रो का विशाल डिपो तैयार किया गया है, जहां पर सारी ट्रेनें खड़ी रहेंगी और यहीं पर प्रशासनिक भवन से मेट्रो से जुड़ा सारा संचालन होगा। गांधी नगर डिपो पर ही अत्याधुनिक वॉशिंग प्लांट लगाया गया है।
दरअसल जो मेट्रो कोच दिनभर यात्रियों को सफर करवाएंगे वे रात में गांधी नगर डिपो पर ही आकर खड़े होंगे, जहां पर ऑटोमैटिक वॉशिंग प्लांट से सभी कोच यानी डब्बों सहित पूरी ट्रेन की धुलाई होगी। वैसे भी मेट्रो ट्रेन के भीतर गंदगी भी नहीं करने दी जाएगी और ट्रेन में लगे कैमरों से भी उस पर निगाह रखी जाएगी। वहीं यहां पर बना कंट्रोल रूम भी लगभग तैयार है। सिग्रलिंग, इंस्पेक्शन सहित सौंदर्यीकरण के कार्यों को भी जल्द पूरा कराया जा रहा है। 6 किलोमीटर का प्रायोरिटी कॉरिडोर, जो गांधी नगर स्टेशन से टीसीएस-3 तक रहेगा उसी पर अभी व्यावसायिक संचालन शुरू किया जाना है। यह भी उल्लेखनीय है कि वडोदरा स्थित प्लांट से मेट्रो के ये कोच लगातार इंदौर आ रहे हैं और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की भी सहायता मेट्रो के पूरे ऑपरेशन में ली जा रही है।
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