52 किलोमीटर के मंजूर भोपाली नए बायपास से देवास-इंदौर मार्ग जुड़ेगा, 15 अंडरपास के साथ दो फ्लायओवर और एक रेलवे ब्रिज का भी होगा निर्माण
इंदौर। शिवराज कैबिनेट (Shivraj Cabinet) ने भोपाल के जो नए बायपास को मंजूरी दी है, जिसकी लागत लगभग तीन हजार करोड़ रुपए आना है उससे इंदौर (Indore) को भी फायदा मिलेगा। यह नया बायपास इंदौर-देवास मार्ग से जुड़ेगा, जिससे जबलपुर (Jabalpur) और नर्मदापुरम आने-जाने का समय बचेगा, क्योंकि लगभग 25 किलोमीटर की दूरी कम तय करना पड़ेगी। एक रेलवे ओवरब्रिज के साथ 15 अंडरपास और दो फ्लायओवर भी निर्मित किए जाएंगे। लगभग 52 किलोमीटर इसकी कुल लम्बाई रहेगी। हालांकि 41 किलोमीटर में ही नए बायपास का निर्माण होना है। मगर अन्य सडक़ों से जुडऩे के साथ इसकी कुल लम्बाई बढ़ जाएगी।
इस नए भोपाली बायपास से औद्योगिक क्षेत्र मंडीदीप या शहर के बीच से नहीं गुजरना पड़ेगा, बल्कि मंडीदीप से पीथमपुर तक की राह भी आसान होगी और इससे औद्योगिक क्षेत्र को भी फायदा मिलेगा। वहीं जबलपुर और नर्मदापुरम यानी होशंकाबाद आने या जाने वाले लोगों को भी इस नए बायपास से लाभ होगा और इंदौर से सीधा जुड़ाव हो जाएगा, जिससे 25 किलोमीटर का सफर कम तय करना होगा। सिक्स लेन पर फोर लेन का रोड बड़े और भारी-भरकम यातायात के लिए, वहीं दोनों तरफ सर्विस रोड स्थानीय यातायात के लिए रहेगा। भोपाल ओबेदुल्लागंज से शुरू होकर रायसेन, विदिशा, बेरसिया, ब्यावरा को क्रॉस करते हुए यह बायपास भोपाल, देवास मार्ग को भोरीजोड़ से जोड़ेगा। दूसरी तरफ पिछले दिनों हाईकोर्ट की फटकार के बाद इंदौर-देवास बायपास की मरम्मत का काम भी एनएचआई ने शुरू करवाया है, जिसके लिए तीन माह की समय सीमा दी गई है। दरअसल इंदौर-देवास बायपास शुरू से ही विवादित रहा है। हैदराबाद की जिस ठेकेदार कम्पनी गायत्री प्रोजेक्ट को टोल वसूली और निर्माण का ठेका दिया था उसने रख-रखाव पर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके चलते पिछले दिनों पुणे की कम्पनी के 63 करोड़ में रख-रखाव का ठेका दिया गया है।
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