जैसलमेर: भारत पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर राजस्थान में एक बार फिर एक संदिग्ध कबूतर को पकड़ा गया है. यह कबूतर सीमा पार पाकिस्तान से उड़कर आया है. ग्रामीणों की सूचना पर बीएसएफ के जवानों ने उसे जैसलमेर जिले में पकड़ा है. इस कबूतर के पैरों में लाल रंग का टैग लगा हुआ है. उस पर कुछ नंबर लिखे हैं. बीएसएफ ने कबूतर की पूरी जांच पड़ताल कर उसे वन विभाग के रेस्क्यू सेंटर गजरूप सागर में रखा है.
जानकारी के अनुसार जैसलमेर में बीएसएफ के जवानों ने पाकिस्तान से आए इस कबूतर को मिठडाऊ गांव में पकड़ा है. यहां ग्रामीणों ने इस संदिग्ध कबूतर को देखा तो उन्होंने बीएसएफ को सूचित किया. बीएसएफ के जवानों ने जब कबूतर को पकड़ा तो उसके पैरों में लाल रंग का एक टैग मिला. उस पर 870689 नंबर लिखे हुए थे. इससे सुरक्षा और खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई है. वे मामले की जांच कर रही हैं. पकड़ा गया कबूतर सफेद रंग का है.
बीएसएफ के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान की सीमा से उड़ कर आए एक ट्रेंड संदिग्ध पाकिस्तानी कबूतर की सूचना मिली थी. इसके बाद सीमा सुरक्षा बल की 154बी बटालियन के जवानों ने ग्रामीणों की सूचना पर इसे पकड़ा है. संभवतया यह कबूतर पालतू हो सकता है. हालांकि उन्होंने बताया कि यह अभी जांच का विषय है. इसकी पूरी पड़ताल की जा रही है.
प्रारंभिक जांच में सामने इस बात का अंदेशा भी जताया जा रहा है कि संभवतया यह कबूतर अरब के शहजादों का भी हो सकता है. क्योंकि इन दिनों जैसलमेर से लगती पाकिस्तान की सीमा के वे लोग तिल्लोर सहित अन्य दुर्लभ प्रजातियों के पक्षियों के शिकार के लिए आए हुए हैं. बताया जा रहा है कि उनके पास ट्रेंड शिकारबाज भी हैं, जिनके जरिए वे पक्षियों का शिकार कर रहे हैं. बहरहाल कबूतर के पास कोई संदिग्ध चीज नहीं मिली है. वन विभाग के रेंजर श्यामसुंदर नागौरा ने बताया कि कबूतर को वन विभाग के रेस्क्यू सेंटर गजरूप सागर में रखा गया है.
उल्लेखनीय है कि सीमा पार से कई बार पाकिस्तान माइक्रो इंस्टूमेंट लगाकर भी पक्षियों को भारत की तरफ भेजता है. ऐसे कई पक्षियों को कई बार पकड़ा जा चुका है. हर बार सुरक्षा एजेंसियां उनकी पूरी जांच पड़ताल करती है. इस बार आए कबूतर के पैरों में नंबर के अलावा कुछ नहीं मिला है. फिर भी बीएसएफ ऐहतियात बरत रही है.
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