उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News) मध्‍यप्रदेश

उज्जैन से भी कार सेवा करने अयोध्या गए थे हजारों कार्यकर्ता

उज्जैन। करीब 500 सालों के इंतजार के बाद अयोध्या में कल शुभ मुहुर्त में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण की नींव रखी जाएगी। इसके लिए 90 के दशक में कई आंदोलन हुए। तब की गई कार सेवा में उज्जैन से भी हजारों कार्यकर्ता गए थे। इनमें सांसद, मंत्री से लेकर भाजपा और हिन्दूवादी संगठन से जुड़े कई लोग शामिल थे।
वर्षों इंतजार के बाद कल का दिन भी भारत के इतिहास में अमर हो जाएगा। क्योंकि अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण की नींव रख दी जाएगी। इस पल को लेकर उन लोगों में खासा उत्साह है जो 90 के दशक में श्रीराम मंदिर आंदोलन से जुड़े थे और उज्जैन से अयोध्या कार सेवा करने गए थे। बजरंग दल के तत्कालीन संयोजक दिलीप शर्मा के मुताबिक 15 अक्टूबर 1990 को देश के चुनिंदा कार्यकर्ताओं का जत्था अयोध्या की ओर निकला था। इसमें उज्जैन के कई नेता और हिन्दूवादी संगठनों के कार्यकर्ता भी हजारों की संख्या में गए थे। कल का दिन सभी कार सेवकों के लिए गौरवशाली दिन रहेगा। 15 अक्टूबर को उज्जैन से सभी कार्यकर्ता फैजाबाद पहुँच गए थे। इसके बाद वहाँ कार्यकर्ताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई थी। ज्यादातर लोग लुंगी और बनियान में थे तथा लकड़ी की टोपली में केले, जामफल, सीताफल बेचने वाले बनकर परिषद के अन्य कार्यकर्ताओं से संपर्क कर रहे थे। यह गतिविधियाँ कई दिन चली और अंतत: कार सेवा पूर्ण की गई थी। इसमें उज्जैन से गए धर्माचार्यों में रामानुजकोट अखंड आश्रम तथा प्रतीतरामस्नेही के साथ सभी रामस्नेही रामद्वारा के संत शामिल हुए थे। कार सेवा में विहिप महिला इकाई की ओर से सुशीलाबाई आर्य, कलावतीबाई ईनामी सहित कई महिलाएँ गई थी, वहीं अन्य कार्यकर्ताओं के रूप में लोकेश शर्मा, सुरेन्द्र चतुर्वेदी, ओमप्रकाश अग्रवाल, असगर अली घोड़ीवाला, मौजूदा केबिनेट मंत्री मोहन यादव, चिंतामणि मालवीय, शिवेन्द्र तिवारी, महेश साहू के अलावा कृष्णमुरारी गुप्ता, आशाराम साहू, बाबूलाल मेहरे, अशोक खंडेलवाल, रूप पमनानी और पूर्व मंत्री पारस जैन के अलावा बालमुकुंद अग्रवाल, डॉ. प्रभुलाल जाटवा, सत्यनारायण जटिया जैसे लोगों के अलावा कई कार्यकर्ता हजारों की तादाद में उज्जैन से गए थे।

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