हादसे में बेटे की मौत होना बता रही थी मां, कुछ और निकली कहानी
इंदौर। किशनगंज (Kishanganj) की श्रीनाथ कॉलोनी (Shrinath Colony) में दूसरी बेटी को बचाने में जहां एक मां अपनी बेटी की लाश फेंक आई थी, ऐसी ही एक निर्दयी मां के झूठ से पर्दा उठ गया है। वह भाई को बचाने के लिए अपने सात साल के बेटे की मौत पर पर्दा डाल रही थी।
खजराना टीआई (Khajrana TI) दिनेश वर्मा (Dinesh Verma) ने बताया कि बीते दिनों बांग-टांडा क्षेत्र (Bang-Tanda Area) का मजदूर परिवार सात साल के बेटे कन्हैया को लहूलुहान हालत में एमवाय अस्पताल (MY Hospital) लेकर गया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत बता दिया। परिवार ने उस दौरान एमवाय अस्पताल में बच्चे के हादसे से संबंधित जानकारी दी, जिसमें बताया कि बायपास पर एक वाहन ने उसे चपेट में ले लिया। बात यहीं खत्म हो गई और बच्चे का पोस्टमार्टम (Post-mortem) होने के बाद शव को परिजन गांव लेकर चले गए। बाद में खजराना टीआई ने मामले की जांच की और बच्चे की मां मणिबाई को बायपास पर वहां लेकर गए जहां वह हादसा होना बता रही थी, लेकिन वहां न तो खून के निशान मौजूद थे और न ही किसी प्रकार के सबूत। मणिबाई पुलिस को कभी कहती कि बाइक वाला टक्कर मार गया तो कभी कहती कि ट्रक वाले ने बच्चे को कुचला है, लेकिन पुलिस ने ऐसे ही केस खत्म नहीं किया। पुलिस की टीम लसूडिय़ा क्षेत्र के तलावली चांदा पहुंची, जहां मणिबाई मजदूरी करती थी। यहां मणिबाई का झूठ सामने आ गया। मौके पर मिले भवन के ठेकेदार महेश और अब्दुल एजाज ने पुलिस को पूरी कहानी की सच्चाई बताई। दरअसल धूप होने के चलते मणिबाई के बड़े बेटे ने कन्हैया को छांव में जमीन पर सुला दिया था। मणिबाई का भाई ट्रक रिवर्स लेने लगा और कन्हैया उसकी चपेट में आ गया था, लेकिन भाई को बचाने के लिए पुलिस से मणिबाई ने झूठ बोला।
पुलिस से कहा- यह हमारा आपसी मामला…
खजराना टीआई दिनेश वर्मा (Dinesh Verma) ने मणिबाई सहित उसके भाई पर मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन मणिबाई का कहना है कि यह उनका आपसी मामला है। बेटे की मौत पर कार्रवाई होनी चाहिए या नहीं यह वह तय करेगी। हालांकि खजराना पुलिस ने मणिबाई को फटकार भी लगाई, क्योंकि बच्चे की मौत लापरवाही से हुई। वहीं पुलिस के सामने साक्ष्य भी छुपाए गए।
श्रीनाथ कॉलोनी में भी ऐसी घटना हुई थी…
श्रीनाथ कॉलोनी में भी ऐसी ही घटना हुई थी। धार जिले के मजदूर परिवार में आपस में खेलने के दौरान एक बहन ने दूसरी को धक्का मार दिया था। मां ने घायल बच्ची को अस्पताल ले जाने के बजाय कंबल ओढ़ाकर खटिया पर सुला दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। यही नहीं, बाद में बेटी की लाश को फेंक आई थी।