भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

निर्जला व्रत रखकर आज महिलाएं मना रही करवा चौथ

  • चंद्र के साथ इंद्र भी लेंगे त्याग और समर्पण की परीक्षा, करवा चौथ पर छाए रह सकते हैं बादल

भोपाल। सुहागन महिला के व्रत का विशेष पर्व करवा चौथ आज भक्ति भाव के साथ मनाया जा रहा है। करवा चौथ पर इस बार चंद्रमा के साथ इंद्रदेव भी सुहागिनी महिलाओं के त्याग और समर्पण की परीक्षा ले सकते हैं। करवा चौथ पर सुहागिनी महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और चंद्र देव को अघ्र्य देकर, पूजन अर्चन कर व्रत खोलती हैं। वहीं, मौसम के बिगड़े मिजाज को देखते आज बादल, वर्षा के आसार बन रहे हैं। मौसम विभाग की मानें तो मौसम आगामी दो दिनों तक ऐसा ही रह सकता है। बंगाल की खाड़ी से निम्न स्तर पर नमी आ रही है। इसके असर से कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है। कहीं-कहीं बिजली भी गिर सकती है। यानी करवा चौथ पर इंद्रदेव व्रती महिलाओं डगर कठिन कर सकते हैं। इस व्रत को लेकर बाजार में दो दिन पूर्व से ही अच्छी खासी रौनक है। शहर के मुख्य बाजार क्षेत्र में करवा चौथ व्रत से संबंधित पूजन सामग्री करवा, सीक, और अन्य पूजन सामग्री सहित महिलाओं की सौंदर्य सामग्री और आभूषण आदि की बिक्री खूब हो रही है। विशेष रूप से पहली बार व्रत रखने वाली महिलाओं में इस व्रत को लेकर विशेष उत्साह है। कई महिलाएं बाजार में सामान खरीदते हुए नजर आ रही हैं।


सजी हुई हैं करवा चौथ की सामग्रियां
व्रत के इस विशेष मौके को ध्यान में रखते हुए मौसमी सामग्री बेचने वाले हाथ ठेले पर करवा चौथ से संबंधित सामग्री ही ज्यादा सजाए हुए हैं। अब बुधवार को भी करवा चौथ व्रत की सामग्री काफी मात्रा में बिकी। शहर सहित बाजार के पास वाली महिलाओं के द्वारा उसी दिन खरीदी की जाएगी। करवा चौथ का व्रत भी कठिन व्रत है। इसमें भी पानी तक नहीं पिया जाता है। जब तक चांद के दर्शन और पूजन नहीं हो जाता तब तक व्रत रहता है। दोनों ही व्रत कठिन हैं। लेकिन सुहागन महिलाएं दोनों में से एक व्रत जरूर करती है। कुछ दोनों व्रत रखती हैं।

आसमान पर छा रहे हैं बादल
करवा चौथ व्रत के दौरान मुख्य पूजन शाम के समय होती है। जिसके चलते व्रतधारी महिलाएं चांद के दर्शन करती हैं तब कहीं व्रत खोला जाता है। देखने में आ रहा है कि पिछले एक सप्ताह से आसमान पर बादल छा रहे हैं। हालाकि बादलों की आवाजाही लगी हुई है। कभी-कभी आसमान साफ भी हो जाता है। सभी व्रतधारी महिलाएं चाहेंगी कि आसमान साफ रहे चांद के दर्शन आसानी से हो जाएं।

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