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आजादी के आंदोलन का हिस्सा बने थे ट्रेजडी किंग दिलीप कुमार, एक भाषण की वजह से काटनी पड़ी थी जेल

मुंबई। दिवंगत अभिनेता दिलीप कुमार साहब आज हमारे बीच होते तो अपना 100वां जन्मदिन मना रहे होते। मगर कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। बीते वर्ष वह हमेशा-हमेशा के लिए इस दुनिया को छोड़ गए। हालांकि, अपने अभिनय और फिल्मों के जरिए वह आज भी प्रशसंकों के बीच मौजूद हैं। बता दें कि दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसंबर 1922 को पाकिस्तान में हुआ था और उनका पहला नाम यूसुफ खान था। बाद में उन्हें पर्दे पर दिलीप कुमार के नाम से शोहरत मिली। दिग्गज अभिनेता की फिल्मों से तो आप परिचित होंगे, लेकिन क्या आपको पता है उन्हें एक बार जेल जाना पड़ा था।

दिलीप कुमार का जब जन्म हुआ तो भारत अंग्रेजों का गुलाम था। उन दिनों गांधी जी, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद जैसे महान क्रांतिकारी देश को आजादी दिलाने की लड़ाई लड़ रहे थे। दिलीप साहब भी इन आंदोलनों का हिस्सा रहे। यह मामला भारत की आजादी से पहले का है। दिलीप कुमार उस समय पुणे में रहते थे और एयरफोर्स कैंटीन में काम करते थे। एक साथी के कहने पर उन्होंने भारत की तारीफ में भाषण दिया। उन्होंने भारत को मेहनती और अहिंसक लोगों का देश बताया था। इस भाषण में उन्होंने अंग्रेज सरकार की खूब आलोचना भी की, जिसके बाद उन्हें जेल में डाल दिया गया था। भाषण देते हुए दिलीप कुमार ने कहा था कि आजादी की लड़ाई जायज है और ब्रिटिशों की वजह से ही हिन्दुस्तान में सारी मुसीबतें पैदा हो रही हैं। इस क्रान्तिकारी भाषण पर तालियां तो खूब बजीं लेकिन वहां पुलिस आ गई और दिलीप साहब को गिरफ्तार कर लिया गया था।


पुलिस ने दिलीप कुमार को अंग्रेज सरकार के खिलाफ बोलने के जुर्म में जेल में डाल दिया। इस वाकये का जिक्र दिलीप साहब ने अपनी आत्मकथा ‘दिलीप कुमार: द सब्सटांस एंड द शैडो’ में करते हुए लिखा कि, ‘फिर क्या था, ब्रिटिश विरोधी भाषण के लिए मुझे जेल भेज दिया गया। जहां कई सत्याग्रही बंद थे।’ उन्होंने आगे लिखा, ‘तब सत्याग्रहियों को गांधीवाले कहा जाता था। दूसरे कैदियों के समर्थन में भूख हड़ताल पर बैठ गया। सुबह मेरे पहचान के एक मेजर आए तो मैं जेल से छूटा। मैं भी गांधीवाला बन गया था।’

दिलीप कुमार को बॉलीवुड के ‘ट्रेजडी किंग’ के नाम से भी जाना गया। उन्होंने भारतीय सिनेमा को कई शानदार फिल्में दीं। मगर उनकी कुछ खास फिल्मों की वजह से उन्हें ट्रेजडी किंग कहा गया। दरअसल, दिलीप कुमार के करियर में एक वक्त ऐसा आया, जब उन्होंने कई फिल्मों में गंभीर रोल निभाए। इसके बाद वे ट्रेजेडी किंग के नाम से मशहूर हुए। इस दौरान उन्होंने ट्रैजिक किरदार निभाए थे और इसकी वजह से ना सिर्फ उनका ये नाम पड़ा, बल्कि कहा जाता है कि इन गंभीर रोल के चलते उन्हें डिप्रेशन की दिक्कत भी हुई थी और उसका इलाज चला था। फिर उन्होंने हल्के-फुल्के किरदारों के साथ वापसी की और खास बात ये रही कि लोगों को उनका ये अंदाज भी काफी पसंद आया।

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