नई दिल्ली. ऑनलाइन कैब (online cab) सेवा देने वाली कंपनी उबर फूड डिलीवरी करने वाले ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जोमैटो में अपनी समूची 7.8 फीसदी हिस्सेदारी 37.3 करोड़ डॉलर (2,939 करोड़ रुपये) में बेच सकती है. मर्चेंट बैंकिंग (merchant banking) से जुड़े सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. यह घटनाक्रम (events) ऐसे समय में सामने आया है जब जोमैटो का शेयर मंगलवार (stock tuesday) को बीएसई में लगभग 20 प्रतिशत की छलांग लगाते हुए 55.60 रुपये के भाव पर पहुंच गया.
घटनाक्रम से परिचित सूत्रों ने कहा कि बुधवार को संपन्न होने वाले इस बिक्री करार के लिए 48-54 रुपये प्रति शेयर के भाव की पेशकश की जा सकती है. उन्होंने बताया कि इस कीमत के निचले स्तर पर अगर हिस्सेदारी बिक्री होती है तो इस सौदे से जुटाई जाने वाली कुल राशि 2,939 करोड़ रुपये (37.3 करोड़ डॉलर) हो सकती है. बोफा सिक्योरिटीज इस समझौते को संपन्न कराने की प्रक्रिया में शामिल है. हालांकि उबर इंडिया के प्रवक्ता ने इस मामले पर फिलहाल कोई भी टिपण्णी देने से इनकार कर दिया है. उबर को वर्ष 2020 में अपने खाद्य कारोबार उबर ईट्स की हिस्सेदारी जोमैटो को सौंपने पर यह हिस्सेदारी मिली थी. बाद में जोमैटो शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुई लेकिन उसका प्रदर्शन डांवाडोल ही रहा है.
जोमैटो के शेयरों में आया उछाल
मगंलवार को जोमैटो के शेयरों (zomato shares) मं 20 फीसदी के उछाल के साथ अपर सर्किट लग गया. कंपनी के शेयरों में तेजी सोमवार को जारी तिमाही नतीजों के बाद आई है. कंपनी ने वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में 186 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. हालांकि, यह घाटा इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 359 करोड़ के घाटे का लगभग आधा है. वहीं, कंपनी को परिचालन से 1,413.9 करोड़ रुपये की आय प्राप्त हुई है जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही से 66 फीसदी अधिक है.
शेयरों पर बुलिश हैं ब्रोकरेज
नतीजों और बिजनेस के भविष्य में सकारात्मक रुख (positive attitude) को देखते हुए कई ब्रोकरेज हाउसेज ने जोमैटो के शेयरों को खरीदने की सलाह दी है. गोल्डमैन सैक्स, जेफरीज, कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज, यूबीएस और मॉर्गन स्टेनली ने जोमैटो को शेयरों 70-100 रुपये के टारगेट प्राइस से बाय रेटिंग दी है. हालांकि, अब इस खबर के सामने आने के बाद देखना होगा कि बुधवार को बाजार इस पर कैसी प्रतिक्रिया देता है.