भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बहुचर्चित उज्जैन जेल (Famous Ujjain Jail) साइबर हैकिंग केस (Cyber Hacking Case) में नया खुलासा हुआ है। जेल में बंद कैदी हैकर अमर उर्फ अभिजीत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें वो सीधे सीधे जेल के तत्कालीन उप अधीक्षक संतोष लड़िया पर आरोप लगा रहा है।
उज्जैन के भैरवगढ़ केन्द्रीय जेल के कैदी से साइबर हैकिंग के जरिए करोड़ों रुपए कमाने के मामले में एक वीडियो वायरल हो रहा है। ये वीडियो इसी जेल में बंद उसी कैदी अमर का है जिस पर हैकिंग का आरोप लगा है।
उप अधीक्षक को मास्टर माइंड बताया
इस वीडियो में कैदी अमर दावा कर रहा है कि जेल के अफसरों ने कई उससे वेबसाइट बनवाईं। उज्जैन जेल के तत्कालीन उप जेल अधीक्षक संतोष लड़िया को उसने साइबर हैकिंग का मास्टरमाइंड बताया। वह कह रहा है लड़िया के इशारे पर वह जेल में रहने के दौरान साइबर हैकिंग कर रहा था। हैकर वीडियो कॉलिंग के जरिए अधिकारी को दस्तावेज दिखाते हुए इस बात की पुष्टि कर रहा है कि उससे कितनी ई-मेल आईडी, वेबसाइट, यू-ट्यूब चैनल जेल अधिकारियों ने बनवाए हैं।
अधिकारी, कर्मचारी मुख्यालय अटैच
मामला सामने आने के बाद जेल मुख्यालय उज्जैन, केन्द्रीय जेल के उप अधीक्षक संतोष लड़िया, सहायक जेल अधीक्षक सुरेश कुमार गोयल, प्रहरी धमेन्द्र नामदेव को अटैच कर चुका है। अब इस मामले की जांच एमपी स्टेट साइबर सेल की एसआईटी कर रही है. साइबर सेल इन सभी से बारी-बारी से पूछताछ भी कर चुका है।
ये है पूरा मामला…
महाराष्ट्र का रहने वाला अमर अग्रवाल फिलहाल भोपाल सेंट्रल जेल में कैद है। उसे कोर्ट के आदेश पर हाल ही में उज्जैन सेंट्रल जेल से भोपाल शिफ्ट किया है। उसने भोपाल जेल प्रशासन को एक चिट्ठी लिखी थी। उसमें लिखा था कि उज्जैन जेल में उससे अधिकारी , कर्मचारियों ने डिजिटल धोखाधड़ी करवाई। कई बड़े आईपीएस, न्यायाधीश अन्य के फोन तक हैक करवाए गए। कंप्यूटर को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से तैयार किया जाने वाला एक प्रकार का सॉफ़्टवेयर मैलवेयर लोड करने के लिए भी उस पर दबाव बनाया गया। उससे क्रेडिट कार्ड के जरिए डिजिटल धोखाधड़ी भी कराई गई।
जांच में चौंकाने वाले खुलासे
अब यह मामला पूरे देश के साथ विदेश से जुड़ रहा है। एसआईटी ई-मेल के जरिए होटल बुकिंग की जानकारी मंगा रही है। राजस्थान की राजधानी जयपुर के ओबेराय होटल की जानकारी मिली है। कैदी अमर ने जयपुर के ओबेराय होटल में बुकिंग की थी, लेकिन पेमेंट नहीं हो पाने के कारण बुकिंग कैंसिल हो गई थी। कैदी अमर करीब दो साल भैरवगढ़ जेल में बंद रहा। 2018 में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था तब से वह जेल में ही बंद है।