इंदौर न्यूज़ (Indore News) क्राइम

शहर में फिर अलग-अलग स्थानों पर चले हथियार, 4 युवक घायल

इंदौर। पुलिस कमिश्नरी लागू होने के बाद भी बदमाशों में पुलिस का खौफ दिखाई नहीं दे रहा है। कल फिर शहर में अलग-अलग स्थानों पर हुई  4 घटनाओं में धारदार हथियार लगने से 4 युवक घायल हो गए।

चाकूबाजी की पहली घटना लसूडिय़ा थाना क्षेत्र के स्कीम नं. 78 की है। यहां रहने वाले भगवानसिंह  ने रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए बताया कि उसकी मां कलाबाई गणेशजी का प्रसाद लेने के लिए नीचे आई तो पड़ोस में रहने वाली वरुण की मां संजनाबाई ने अनर्गल बातें कहीं। इसी बीच वरुण गोलिया भगवानसिंह के पास पहुंचा और उसकी मां के बारे में अनाप-शनाप कहने लगा। आरोपी का विरोध करने पर वरुण ने भगवानसिंह पर चाकू से वार करते हुए उसे घायल कर दिया।


तू बहुत तेज चलता है…कर दिया हमला

चाकूबाजी की दूसरी घटना परदेशीपुरा थाना क्षेत्र के जनता क्वार्टर स्थित यशोदा गेट के सामने की है। यहां रहने वाले सतीश बैसाने ने पुलिस को बताया कि कल जब वह घर पर था, तभी उसके दोस्त शुक्कू का जमाई नन्नू निवासी गाड़ी अड्डा जूनी इंदौर आया और कहने लगा कि तू बहुत तेज चलता है। आरोपी का विरोध करने पर उसने मारपीट करते हुए सतीश पर किसी नुकीले हथियार से वार कर दिया।

नुकीली वस्तु से किया वार

हथियार से हमला करने का तीसरा मामला परदेशीपुरा थाना क्षेत्र के सर्वहारा नगर का है। यहां भजन संध्या से लौट रहे मयंक सूर्यवंशी से भीड़ में खड़े राधे नामक युवक को धक्का लग गया, जिस पर वह मयंक को  अपने साथियों के साथ मिलकर पीटने लगा। मारपीट से बचते हुए जब मयंक ने दौड़ लगाई तो आरोपी राधे ने जेब से किसी प्रकार का नुकीला हथियार निकाला और उसके सिर पर वार कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया। इसी प्रकार खुड़ैल के ग्राम देवगुराडिय़ा में किसी बात को लेकर हुए विवाद में आरोपी सागर गोस्वामी ने लक्की नामक युवक को गालियां देते हुए चाकू घोंप दिया।

Share:

Next Post

फोन-लैपटॉप की स्क्रीन पर ज्यादा समय देने से बढ़ रहा मोटापा, मक्खियों पर हुआ शोध, इंसानों पर भी प्रभाव

Thu Sep 1 , 2022
वाशिंगटन। मोबाइल फोन से लेकर लैपटॉप और टैब तक, अलग अलग उपकरणों की स्क्रीन पर अत्यधिक समय देने से मोटापा और मनोवैज्ञानिक से जुड़ी परेशानियों के मामले बढ़ रहे हैं। इन उपकरणों से निकलने वाली नीली रोशनी हमारे बुनियादी जैविक कार्यों पर प्रभाव डाल सकती हैं। यह निष्कर्ष फ्रंटियर्स इन एजिंग मेडिकल जर्नल में प्रकाशित […]