नई दिल्ली: राज्यसभा में कल ऐसी घटना हुई कि सांसदों के चेहरे पर मुस्कान तैर गई. राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के तीन शब्दों ने सोमवार दोपहर सांसदों के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी. जब कल तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन सरकार के विनियोग विधेयकों पर बोल रहे थे, तब उन्होंने अपने ‘प्यारे राज्य बंगाल’ की बात की. इससे पहले कि डेरेक ओ ब्रायन अपनी बात जारी रखते धनखड़ ने ‘हमारा प्यारा राज्य’ जोड़कर उसे ठीक कर दिया.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार इसके बाद सदन के सदस्यों को हंसते हुए सुना जा सकता था. एक सांसद ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि धनखड़, जो इस साल की शुरुआत में उप-राष्ट्रपति बनने से पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे राज्य को और भी अधिक प्यार करते थे. जाहिर है राज्यपाल के रूप में धनखड़ की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ कभी नीम-कभी शहद वाला मामला था.
वहीं इस घटना से इतर लोकसभा में हमेशा सक्रिय रहने वाले बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने बुधवार को कुछ दिलचस्प बातें कहीं. जब डीएमके सदस्य कनिमोझी सार्वजनिक महत्व का मुद्दा उठाने के लिए उठीं, तो उन्होंने शिकायत की कि सांसदों को सुनने के लिए एक भी कैबिनेट मंत्री मौजूद नहीं है. पीठासीन अधिकारी की प्रतिक्रिया से पहले, दुबे ने बताया कि पूर्वोत्तर के पर्यटन, संस्कृति और विकास मंत्री किशन रेड्डी सदन में मौजूद हैं और वह एक कैबिनेट मंत्री हैं.
राज्यसभा के लिहाज से आज का दिन भी काफी अहम रहने वाला है. राज्य सभा में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन विनियोग विधेयक (Appropriation Bill) पास कराने और दूसरे बिल को वापस लेने का भी प्रस्ताव करने वाली हैं. साथ ही डॉ. किरीट प्रेमजीभाई सोलंकी और प्रतिमा मंडल अनुसूचित जाति के लिए आरक्षण विषय पर 20वीं रिपोर्ट सौंपेंगे जिसमें सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों में जातियां और अनुसूचित जनजातियां और पेट्रोल एवं गैस एजेंसियों (सीएनजी, पीएनजी, एलपीजी) के आवंटन की स्थिति पर आधारित होगी.
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