नई दिल्ली । गर्मी (summer) के मौसम में किसी भी सामान को जलने के लिए जो तापमान (Temperature) चाहिए, वह उपलब्ध रहता है। ऐसे में एक चिंगारी आग लगाने के लिए काफी होती है। दमकल विभाग (Fire department) के निदेशक अतुल गर्ग ने एक खास बातचीत में यह बात कही।
दमकल विभाग (Fire department) के निदेशक अतुल गर्ग (Atul Garg) ने कहा तापमान (Temperature) अधिक होने से सभी वस्तुएं गर्म हो जाती हैं। ऐसी स्थिति में उसके जलने की झमता अपेक्षाकृत अधिक होती है, इसलिए एक हल्की चिंगारी भी आग पकड़ने के लिए काफी होती है।
आगे उन्होंने कहा कि अगर बिजली के तार गले हों या अन्य कोई कमी हो तो सर्दी के मुकाबले गर्मी में उसके जलने की संभावना अत्यधिक होती है। कई बार ऐसी घटना के दौरान लोग घरों या फिर गाड़ियों में फंस जाते हैं और उनकी जान मुश्किल में पड़ जाती है।
एक सवाल के जवाब में दमकल निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि कंपनी से खरीदी गई गाड़ी में लोगों को बाहर से छेड़छाड़ नहीं करवानी चाहिए। ऐसा करने से आपकी गाड़ी आकर्षक तो बन जाती है, लेकिन उसकी वारंटी खत्म हो जाती है।
उन्होंने बताया कि गाड़ी में कंपनी के बाहर से लगवाए गए सेंटर लॉक सिस्टम असुरक्षित होते हैं। आग लगने पर सिस्टम अचानक काम करना बंद कर देता है, जिससे गाड़ी में बैठे यात्री के फंसने की संभावना बढ़ जाती है। वह समय रहते बाहर नहीं निकल पाता है।
गर्ग ने सीएनजी किट (Cng kit) के संबंध में भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि लोग सीएनजी किट भी आम दुकान से लगवा लेते हैं, जो सुरक्षा की दृष्टि से बेहद खतरनाक है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे कुछ रुपये बचाने के लिए आम दुकान से गाड़ियों में ऐसे संवेदनशील काम न करवाएं। उन्हें हमेशा कंपनी के सर्विस सेंटर से ही उक्त कामों को करवाना चाहिए।
इस बातचीत में गर्ग ने दुर्घटना से बचाव के लिए कुछेक खास सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि समय पर गाड़ियों की सर्विस कंपनी के सेंटर से करवानी चाहिए। गाड़ी में किसी भी प्रकार का मॉडिफिकेशन न करवाएं। सीएनजी किट (Cng kit) या सेंटर लॉक सिस्टम (Center lock system) हमेशा कंपनी से ही लगवाना चाहिए।
सुरक्षा की दृष्टि से सुझाव देते हुए उन्होंने कहा कि गाड़ी में हमेशा हथौड़ा रखना चाहिए ताकि आग लगने पर तत्काल शीशे को तोड़कर बाहर निकला जा सके। गाड़ी की सर्विस बुक को भी ठीक से पढ़ना चाहिए। गाड़ी में अगर अतिरिक्त गर्मी महसूस हो तो तुरंत कंपनी से संपर्क करना चाहिए। समय-समय पर बैट्री की जांच भी करवानी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों गाड़ियों में आग लगने की कई घटनाएं हुई हैं, जिनमें कई लोगों के मौत की भी खबर आई थी।
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