नई दिल्ली: दिल्ली में वायु प्रदूषण (Air Pollution) की समस्या से निपटने के लिए केजरीवाल सरकार हरसंभव कदम उठाती रही है. दिल्ली की सड़कों पर रेड लाइट ऑन, गाडी ऑफ कैंपेन के अलावा एंटी डस्ट कैंपेन और एंटी ओपन बर्निंग कैंपेन आदि पर्यावरण विभाग की ओर से चलाए जाते रहे हैं. ऐसे में परिवहन विभाग (Transport Department) भी अपने स्तर पर वायु प्रदूषण को कम करने की कवायद करता रहा है. इस दिशा में अब पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (PUC Certificate) के बिना दौड़ रहे वाहनों पर लगाम कसने की तैयारी की जा रही है.
परिवहन विभाग के अधिकारियों की माने तो दिल्ली की सड़कों पर बड़ी संख्या में बिना पीयूसी के वाहन दौड़ रहे हैं. इन वाहनों से निकलने वाले धुएं से शहर की आबोहवा खराब हो रही है. बताया जाता है कि करीब 17,24,891 वाहनों का पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (PUC) सर्टिफिकेट की वैलेडिटी समाप्त हो चुकी है. इन सभी वाहनों के खिलाफ परिवहन विभाग कार्रवाई तेज करने की तैयारी में है.
विभाग की माने तो वाहन मालिकों के पास वैध पीयूसी नहीं होने पर 10 हजार रुपए का चालान काटा जाएगा. आने वाले दिनों में इसको लेकर बड़ा कैंपेन चलाया जाएगा जिसमें बगैर पीयूसीसी वालों को किसी तरह की राहत नहीं मिलेगी. विभाग ने साफ और स्पष्ट किया है कि बिना पीयूसीसी वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी जिसमें 10 हजार का जुर्माना या छह माह की सजा निर्धारित है. या फिर चालान और सजा दोनों भी हो सकते हैं. इसके अलावा 3 माह तक के लिए ड्राइविंग लाइसेंस भी निरस्त किया जा सकता है.
बताते चलें कि करीब 17,24,891 वाहनों की पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (PUC) सर्टिफिकेट की वैलेडिटी समाप्त हो चुकी है. इसमें अकेले दोपहिया वाहनों की संख्या 13,65,606 हैं. वहीं, 2,88,418 कारें बिना पीयूसी के चल रहीं हैं और 70, 867 अन्य श्रेणी के वाहनों के पास भी वैध पीयूसी नहीं है. इन सभी वाहनों ने अभी तक इनकी दोबारा प्रदूषण जांच नहीं करवाई है.
आधिकारिक सूत्रों की माने तो परिवहन विभाग इस तरह की स्थिति से निपटने के लिए ऐसा सिस्टम तैयार कर रहा है जिससे कि पीयूसी की अवधि समाप्त होने के बाद वाहन मालिक के घर पर नोटिस पहुंच जाएगा. अगर इसके बाद भी पीयूसी नहीं बनवाई तो घर पर 10 हजार रुपए का चालान भेज दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि नया सिस्टम इस महीने के आखिर तक काम करने लगेगा. बताते चलें कि सर्दी की दस्तक देने के साथ ही अक्टूबर माह में प्रदूषण की समस्या बढ़ने लगती है.
विभाग की ओर से जल्द ही बिना वैध पीयूसी प्रमाणपत्र के चल रहे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पेट्रोल पंपों पर भी जांच शुरू की जाएगी. दिल्ली में सभी वाहन मालिकों से आग्रह किया है कि वैध पीयूसी के साथ ही वाहन चलाएं. मौजूदा समय में 973 जगहों पर पीयूसी जारी किए जाते हैं. इसमें करीब-करीब सभी पेट्रोल पंप शामिल हैं. गत वर्ष 2021 की बात करें तो 60,36,207 पीयूसीसी जारी किए गए थे.
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