विदिशा। हितग्राही को उनका हक दिलाने के लिए अच्छे इरादे से शुरू की गई। मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान को वह सफलता मिलती नजर नहीं आ रही है। जैसा कि उसे मिलना था। वह भी सीएम शिवराज सिंह चौहान के जिले विदिशा में जो उनका सबसे पसंदीदा माना जाता है। अफसरों के बेरूखी हितग्राहियों पर भारी पड़ रही है।
कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने गुरूवार को जिले में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के तहत क्रियान्वित योजनाओं की अद्यतन समीक्षा विभागवार की। उन्होंने कहा कि जिस विभाग के आंकड़े पोर्टल पर प्रदर्शित होंगे वही मान्य किए जाएंगे। अत: ऑफलाइन रिकॉर्ड ना रखें हर रोज के कार्यों का मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के पोर्टल पर साथ ही संबंधित विभाग के पोर्टल पर लाभान्वित होने वाले हितग्राहियों की जानकरियां अनिवार्य रूप से दर्ज कराएं। इस कार्य को चुनावी तर्ज पर क्रियान्वित किया जाए। कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने वीडियो कॉन्फेंसिंग के माध्यम से खण्ड स्तरीय अधिकारियों को भी संबोधित किया। नवीन कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार कक्ष में इस समय जिला पंचायत सीईओ डॉ. योगेश भरसट, एसडीएम गोपालसिंह वर्मा, डिप्टी कलेक्टर अमृता गर्ग और हर्षल चौधरी के अलावा सीएमएचओ डॉ. एके उपाध्याय समेत विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी मौजूद रहे। कलेक्टर भार्गव ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं शनिवार आठ अक्टूबर को मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के कार्यों की समीक्षा की जाएगी।
37 योजनाओं के 58 हजार से ज्यादा आवेदन
अत: विदिशा जिला क्रियान्वित योजनाओं के मामलों में पिछड़े ना यह नैतिक दायित्व संबंधित विभाग के जिलाधिकारी के साथ-साथ खण्ड स्तरीय अधिकारियों की संयुक्त रूप से है। उन्होंने कहा कि जिले में आवेदनों की संख्या बढ़ रही है। किंतु पोर्टल पर दर्ज होने की वह गति प्रदर्शित नहीं हो रही है जिस गति में आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। कलेक्टर ने बैठक में बताया कि चिन्हित 37 योजनाओं के कुल 58 हजार 660 आवेदन अब तक प्राप्त हुए हैं। जिसमें से 28 हजार 691 आवेदन स्वीकृत हुए हैं। अस्वीकृत आवेदनों की संख्या 1572 जबकि लक्ष्य के कारण लंबित आवेदन 211 हैं और अन्य कारणों से लंबित आवेदनों की संख्या 28 हजार 177 है। कलेक्टर ने योजनावार प्राप्त आवेदनों और उनका पोर्टल पर दर्ज करने के साथ-साथ निराकरण के तहत स्वीकृत, अस्वीकृत होने के कारण इत्यादि की समीक्षा की है। Share: