- 450 मरीजों में 6 नए क्षेत्रों के आधा दर्जन लोग अस्पताल भी संक्रमित
- कल हुई जांच में 100 में से 17 संक्रमित
इंदौर। 450 कोरोना मरीज और 24 घंटे में बढ़ गए, जिसके चलते कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 30 हजार से ज्यादा हो गई है। मरने वालों की संख्या भी 646 तक जा पहुंची है। वहीं क्षेत्रवार जारी सूची में 6 नए क्षेत्रों में उतने ही मरीज मिले, तो मिल क्षेत्र सुखलिया-नंदा नगर में ही 26 मरीज और बढ़ गए।
इंदौर में लगातार 400 से 500 के बीच कोरोना मरीज हर 24 घंटे में मिल रहे हैं। हालांकि उतनी ही तेजी से स्वस्थ भी हो रहे हैं। कामलियाखेड़ा, हरिहर नगर, डिस्पेंसरी कैम्पस, श्रुति शैल्टर निपानिया, पटेल विहार कॉलोनी सहित आस्था हॉस्पिटल के पास नए क्षेत्र में 1-1 मरीज मिले हैं, तो सबसे बड़े गढ़ सुखलिया में 15 मरीज और बढ़ गए, तो नंदानगर में भी 11 मरीज मिले हैं। वहीं योजना क्र. 78 में 8, तो खजराना, इंडेक्स मेडिकल कॉलेज, कमला नेहरू नगर, राजपुरा कुटी में 7-7 मरीज और बढ़े, तो केंट एरिया महू, बजरंग नगर, शालीमार टाउनशिप में 6-6, तिरुमाला हाइट अम्बिकापुरी, संचार नगर, विजय नगर, मूसाखेड़ी, परदेशीपुरा, कालोनी नगर, संगम नगर, अभिनंदन नगर, श्रमिक कालोनी, महेश गार्ड लाइन, सेल टैक्स कॉलोनी, आनंद नगर में 4-4, तो राजमोहल्ला, स्वामी दयानंद, एमआईजी, मच्छी बाजार, जवाहर नगर में 3-3 मरीज और बढ़े हैं।
जांच में हर छठा व्यक्ति अब भी कोरोना पॉजिटिव
कोरोना का संकट टलने का काम नहीं ले रहा है। भले ही पूरे देश में इसकी रफ्तार घटी है, लेकिन इन्दौर में अभी भी आंकड़ों की संख्या में कमी नहीं आई है। पहले शहर में 10 प्रतिशत के आसपास मरीज निकल रहे थेे, लेकिन अब जांच में यह आंकड़ा 15 प्रतिशत से ज्यादा हो गया है। आज आई जांच रिपोर्ट में जांच करवाने वाला हर छठां व्यक्ति पॉजिटिव आया है। कल 2 हजार 489 जांच की गई थी, जिसमें आरटीपीसीआर के 888 सैम्पल थे और बाकी सैम्पल रैपिड जांच के थे, जिसमें से 444 पॉजिटिव निकले हैं। इसका प्रतिशत 17.83 है जो चिंताजनक है। यानि 100 में 17 लोग तो पॉजिटिव निकल ही रहे हैं। कल आई जांच रिपोर्ट में यह आंकड़ा 16.9 प्रतिशत था, यानि 17 प्रतिशत ही था। कल अस्पतालों से 106 तो होम आइसोलेट और अन्य मिलान करने के बाद 292 मरीजों को और डिस्चार्ज किया गया। 2024 मरीज नेगेटिव मिले हैं, जबकि अस्पतालों में अभी 3711 मरीज उपचारत हैं। मरीजों के आंकड़ों को देखा जाए तो अक्टूबर की शुरूआत में 4 हजार 567 मरीज अस्पताल में भर्ती थे, यानि करीब 900 मरीज अस्पतालों से कम हो गए हैं। ये एक राहत की बात है, लेकिन अभी भी इन्दौर के लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सेनेटाइजेशन की आदत रखना जरूरी है, क्योंकि त्यौहारी सीजन में कोरोना का प्रभाव बढऩे की आशंका जताई है।