इंदौर न्यूज़ (Indore News)

3 लाख नाम मतदाता सूची में एक जैसे, अनाडिय़ों से सर्वे का आरोप

अब आयोग घर-घर बीएलओ को भेजकर करवाएगा पहचान, इंदौर में एक लाख 35 हजार नाम हटाए, कांग्रेस का सवाल-लाखों फर्जी नाम जुड़े कैसे

इंदौर। मतदाता सूची (voter’s list) में लगभग 3 लाख नाम ऐसे चिन्हित किए गए हैं जिनके नाम, सरनेम, पिता का नाम एक जैसा है, जिसके चलते यह भी भ्रम होता है कि इतने नाम सूची में फर्जी शामिल हो गए हैं, जिसके चलते अब आयोग ने तय किया है कि इन 3 लाख नामों का सत्यापन बीएलओ (BLO) को घर-घर भेजकर करवाया जाएगा और उसके साथ उपनाम या सरनाम जोड़ा जाएगा, ताकि वे नाम सूची में अलग नजर आएं। कांग्रेस ने आरोप लगाए कि मतदाता सूची में सत्यापन का काम अनाड़ी कर्मचारियों से कराया गया, जिसके चलते इंदौर सहित प्रदेशभर में इस तरह की त्रुटियां सामने आई हैं। इंदौर में ही 1 लाख 35 हजार नाम जो हटाए गए उस पर भी कांग्रेस ने सवाल खड़े किए कि आखिर इतने अवैध नाम सूची में  कैसे और किसके इशारे पर जुड़े थे।


इस साल विधानसभा चुनाव (assembly elections) होना है, जिसके चलते चुनाव आयोग ने जहां लगातार मतदाता सूची का पुनरीक्षण करवाया, वहीं यह भी तय किया कि मतदाता से पहले जो 18 साल की उम्र का होगा उसे भी मताधिकार की पात्रता रहेगी, जिसके चलते इस बार जनवरी से लेकर चुनाव होने तक लगभग 4 बार सूची में नाम जुड़वाने की सुविधा दी गई है। वहीं एक और विसंगति यह सामने आई कि लगभग 3 लाख नाम मतदाता सूची में ऐसे हैं जो एक समान ही हैं। यानी मतदाता का नाम, उसका सरनेम और उसके पिता का नाम एक जैसा ही है, जिसके चलते ऐसा लगता है कि इतने सारे नाम रिपीट हो रहे हैं। लिहाजा अब आयोग ने इस तरह के एक जैसे नामों वाले मतदाताओं की अलग से सूचियां तैयार कर ली है और अब बीएलओ घर-घर जाकर इन मतदाताओं की पहचान करेंगे और अगर वाकई कोई नाम फर्जी मिलते हैं तो उसे सूची से हटाएंगे और अगर एक नाम, सरनेम, पिता वाले असली मतदाता मिलते हैं तो उन्हें अलग पहचान देने के लिए उनके नाम के आगे उपनाम या सरनेम जोड़ा जाएगा। 16 मई तक आयोग के निर्देश पर यह अभियान चलेगा। दूसरी तरफ कांग्रेस लगातार मतदाता सूची में फर्जी नाम जुड़वाने के आरोप लगाती रही है। कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोषसिंह गौतम और मतदाता सूची कार्य के इंदौर प्रभारी पूर्व पार्षद दिलीप कौशल का कहना है कि इंदौर की 9 विधानसभा सीटों के लिए निर्वाचन आयोग ने 300 से अधिक अपात्र कर्मचारियों को बीएलओ बना दिया, जिसके चलते सूचियों में गड़बड़ी हुई। इंदौर कांग्रेस पार्टी के संगठन प्रभारी महेन्द्र जोशी सहित अन्य ने रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों को कानूनी नोटिस भेजकर अपात्र बीएलओ की सूची भी सौंपी है और 1 लाख 35 हजार मतदाता सूची से हटाए गए नाम का हवाला देते हुए कहा कि आखिर इतने फर्जी नाम जुड़े कैसे? और अब बिना विधिक प्रक्रिया अपनाए हटा क्यों दिए गए

Share:

Next Post

10 सालों का सबसे ठंडा होगा ये अप्रैल

Wed Apr 26 , 2023
– एक बार भी पारा 40 डिग्री तक भी नहीं पहुंचा, इस बार का सर्वाधिक तापमान 39.6 डिग्री ही रहा – अप्रैल के बचे हुए दिनों में और नीचे जा सकता है पारा, आधा मई भी रहेगा ठंडा इंदौर (Indore)। मौसम विभाग (weather department) द्वारा इंदौर में इस साल भीषण गर्मी की बातें गलत साबित […]