इंदौर न्यूज़ (Indore News)

ऑनर किलिंग मामले से पहले थाने में 40 हजार का तोड़बट्टा..!

– गांधी नगर क्षेत्र में हुई थी वारदात
– महिला थानेदार और खुफिया के जवानों की भूमिका शक के घेरे में
इंदौर। गांधीनगर में ऑनर किलिंग के मामले में पुलिस की लापरवाही और लालच की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि वारदात से पहले थाने में तोड़बट्टा हुआ था। आरोपी पर अपहरण और दुष्कर्म के केस के बजाय उसे चाकू के साथ गिरफ्तार होना बताया। आरोपी इस मामले में जेल से छूटकर आया और यह बात नाबालिग के परिजन सह नहीं पाए और उन्होंने कानून हाथ में लेते हुए यह कृत्य कर डाला। पुलिस समय पर सही कार्रवाई कर देती तो तो युवक की जान बच जाती।
उल्लेखनीय है कि कल अजय पिता कमल देवड़ा निवासी दिलीप नगर की क्षेत्र में रहने वाले नाबालिग के परिजन ने हत्या कर दी थी। बताया जा रहा है कि दोनों में दोस्ती थी और दोनों साथ चले गए थे। कानून के अनुसार नाबालिग अगर मर्जी से किसी के साथ जाती है तो उसे ले जाने वाले युवक पर अपहरण का मामला दर्ज किया जाता है। नाबालिग का मेडिकल होता है, जिसमें अगर उसके साथ संबंध बनाए जाते हैं तो उसे ले जाने वाले पर दुष्कर्म की धारा भी लगती है। लेकिन जब नाबालिग वापस लौट आई तो पुलिस ने ऐसा नहीं किया। गांधीनगर थाने से जुड़े सूत्र ही बता रहे हैं कि नाबालिग के परिजन के हंगामे के बावजूद पुलिस ने अपहरण और दुष्कर्म की कार्रवाई करने के बजाय अजय पर चाकू रखने का मामला दर्ज कर जेल पहुंचा दिया। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि यहां की महिला थानेदार और दो खुफिया जवानों ने इसकी एवज में 40 हजार रुपए भी लिए। अजय जेल से छूटकर आया तो नाबालिग के परिजन यह बात हजम नहीं कर पाए। ऑनर किलिंग के इस मामले में नाबालिग की दादी सहित तीन अन्य रिश्तेदारों को पुलिस ने आरोपी बनाया है। उधर एसपी महेशचंद्र जैन ने तोड़बट्टे की बात से फिलहाल इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसी कोई बात हुई है तो जांच की जाएगी।

– अंतिम संस्कार के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो, इसलिए पांच थानों का लगा पुलिस बल
ऑनर किलिग का शिकार हुए अजय देवड़ा का आज अंतिम संस्कार होना है। इस दौरान कोई अप्रिय घटना ना हो, इसको ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन सतर्कता बरते हुए है। सुबह से ही गांधीनगर क्षेत्र के अंतर्गत दिलीपनगर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। यहां राजेंद्रनगर टीआई सुनील शर्मा, गांधीनगर टीआई अनिल यादव, , मल्हारगंज टीआई प्रीतमसिंह ठाकुर, भंवरकुआं इंद्रेश त्रिपाठी और रावजी बाजार टीआई सविता चौधरी को तैनात किया गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस को इस बात की आशंका थी कि मृतक के परिजन और रिश्तेदार शव को रखकर प्रदर्शन कर सकते हैं। इसको ध्यान में रखते हुए सुबह से ही क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। एडीजी विवेक शर्मा, डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र इस पूरे मामले में निगाहें रखे हुए हैं। ज्ञात रहे कि इस हत्याकांड में दो आरोपी पकड़े जा चुके हैं, दो फरार बताए जा रहे हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।

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