इंदौर। कल मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने की घोषणा करने वाले कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने पहले ही नजरबंद कर दिया। सुबह से ही पुलिस उनके आगे-पीछे घूम रही थी। कांग्रेस नेताओं ने सीएम का पुतला जलाने की भी बात कही थी। रात को मुख्यमंत्री जब इंदौर से रवाना हुए तब पुलिस ने उन्हें छोड़ा। कांग्रेस नेताओं का कहना था कि अगर इसी तरह चलता रहा तो उनका विरोध जारी रहेगा।
मेट्रो ट्रेन कांग्रेस की सौगात बताए जाने को लेकर कल कुछ कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाकर उनका पुतला जलाने की घोषणा की थी, जिस पर पुलिस सक्रिय हुई और कांग्रेस नेता सन्नी पठारे, यतीन्द्र वर्मा और शीनू शर्मा को नजरबंद कर लिया। पठारे के घर भी पुलिस पहुंच गई तो दूसरे नेताओं को उनके घर से उठाकर इधर-उधर पुलिस घूमाती रही।
यतीन्द्र को उनके घर नंदानगर से उठाया गया। सभी को पठारे के ऑफिस में बिठा दिया गया था और वहां पुलिस जवानों को तैनात कर दिया। इसके बाद जब रात को मुख्यमंत्री भोपाल रवाना हुए तो उन्हें छोड़ा गया। पठारे ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कमलनाथ सरकार की मेट्रो को अपनी बताकर उसका पूरा श्रेय लिया, जबकि कमलनाथ ने इसका भूमिपूजन अपने कार्यकाल में किया था और उन्होंने इसे अपनी प्राथमिकता में रखा था।
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