भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

भोपाल पुलिस की जांच पर अभिषेक के परिजनों ने सवाल खड़े किए

  • स्कूल प्रबंधन पर प्रताडि़त करने और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप लगाए
  • टीकमगढ़ में भोपाल पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन, शव थाने के बाहर रखकर दोबारा पीएम कराने की मांग की

भोपाल। दसवीं के छात्र अभिषेक चढ़ार की खजूरी के श्रमोदय आवासीय विद्यालय छात्रावास में 6 अगस्त को फांसी लगाकर खुदकुशी करने के मामले में मृतक के पिता ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने भोपाल पुलिस की जांच पर सवाल खड़े करते हुए शव का दोबारा पीएम कराने की मांग की है। इतना ही नहीं उन्होंने स्कूल प्रबंधन पर बच्चे को प्रताडि़त करने के आरोप लगाए हैं। डीजीपी के नाम टीकमगढ़ पुलिस को ज्ञापन सौंपते हुए पूरे मामले की जांच उच्च स्तरीय एजेंसी से कराने की मांग की है। उन्होंने बेटे की मौत को संदिग्ध बताया है।
जानकारी के अनुसार रविवार को जब मृतक के परिजन शव लेकर टीकमगढ़ पहुंचे। जहां उन्होंने देहात थाने पहुंचकर स्कू ल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। परिजनों का आरोप है कि स्कू ल प्रबंधन की प्रताडऩा से तंग आकर उनके बेटे की मौत हुई है। परिजनों ने थाना प्रभारी के नाम ज्ञापन सौंपकर दोबारा पोस्टमार्टम कराने और मामले की उच्च स्तरीय समिति से जांच कराए जाने की मांग की। दरअसल मवई गांव निवासी राजाराम चढ़ार का बेटा अभिषेक भोपाल के खजूरी इलाके में स्थित श्रमोदय आवासीय विद्यालय में दसवीं की पढ़ाई कर रहा था और वहीं छात्रावास में रहता था। राजाराम ने बताया कि शनिवार को स्कू ल प्रबंधन ने फ ोन पर अभिषेक की तबीयत खराब होने की बात कही। मृतक के पिता राजाराम ने बताया कि स्कू ल प्रबंधन ने कहा कि अभिषेक हमीदिया अस्पताल में भर्ती है। जानकारी लगते ही वे तुरंत भोपाल के लिए रवाना हुए और वहां जाकर देखा कि अभिषेक की मौत हो गई थी। पिता का आरोप है कि हम लोगों के पहुंचने से पहले ही स्कू ल प्रबंधन ने उसका पीएम भी करा दिया। इसके बाद जैसे ही हम लोग पहुंचे तो स्कू ल प्रबंधन ने बताया कि अभिषेक ने अपने कमरे में फ ांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिसके बाद स्कू ल वालों ने शव परिजनों को सौंप दिया। वहीं खजूरी थाने के एसआई महेश सरेआम ने बताया कि पीएम परिजनों की मौजूदगी में कराया गया। पंचनामा कर्रावाई में साइन कराने के बाद बॉडी रिश्तेदारों के सुपुर्द कर दी गई थी।


दोपहर 12 बजे टीकमगढ़ में प्रदर्शन
रविवार करीब 12 बजे छात्र के परिजन शव लेकर सीधे देहात थाने पहुंच गए। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण भी उनके साथ पहुंचे। उन्होंने अभिषेक की मौत के लिए स्कू ल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराते हुए मामले की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने की मांग की। राजाराम का कहना है कि स्कूल में बच्चे को प्रताडि़त किया जाता था। वह घर आने के बाद स्कूल लौटने के लिए राजी नहीं होता था। प्रताडऩा का जिक्र करता था। हमें लगता था आम तौर पर बच्चे इस प्रकार की हरकतें करते हैं। लिहाजा उसे समझा बुझाकर स्कूल भेज दिया जाता था।

पुलिस स्कूल प्रबंधन की पैरवी में जुटी रही
राजाराम का कहना है कि स्कूल प्रबंधन पुलिस की मौजूदगी में उन्हें इस बात पर विवश करने पर जोर देता रहा कि बच्चे की मौत पर वह ज्यादा इशु न बनाएं। उन्हें स्कूल घुमाया गया, बच्चे के रूम के बाहर के फुटेज दिखाए गए, जिसमें अभिषेक रूम में दाखिल होता दिखता है। वह लगातार सवाल कर रहे थे, पुलिस स्कूल प्रबंधन की ओर से पैरवी कर उनके जवाब दे रही थी। वह बॉडी के सुपुर्दगी नामे पर साइन नहीं कर रहे थे, पुलिस ने तमाम बातें बनाकर सुपुर्दगी नामें पर साइन करा लिए। उन्होंने साफ कहा कि उन्हें भोपाल पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है।

भोपाल भेजेंगे परिजनों का आवेदन
इस मामले में एसडीओपी बीडी त्रिपाठी ने बताया कि छात्र के परिजनों ने स्कू ल प्रबंधन पर प्रताडि़़त करने का आरोप लगाया है। उन्होंने दोबारा पीएम कराने और मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। त्रिपाठी ने कहा कि चूंकि मामला भोपाल पुलिस देख रही है। इसलिए परिजनों का आवेदन भोपाल भेज दिया जाएगा।

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