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अभिनेता रजनीकांत ने ऐलान किया, राजनीति में नहीं उतरेंगे और न हीं अपनी पार्टी बनाएंगे

दक्षिण भारत के सुपर स्टार और मशहूर अभिनेता रजनीकांत ने ऐलान किया है कि वो चुनावी राजनीति में नहीं उतरेंगे और अपनी पार्टी नहीं बनाएंगे. उन्होंने इसकी जानकारी ट्विटर पर एक चिट्ठी लिखकर दी. उन्होंने लिखा कि उनकी सेहत ठीक नहीं है जिसके कारण उन्हें ये फ़ैसला लेना पड़ रहा है. रजनीकांत ने कहा कि ये फ़ैसला करते हुए उन्हें बहुत दुख हुआ, लेकिन इसी में भलाई है. कुछ दिनों पहले हैदराबाद में शूटिंग के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई थी और उन्हें तीन दिनों के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. फ़िल्म के जिस क्रू के साथ वो काम कर रहे थे, उसमें कुछ लोग कोरोना पॉज़ीटिव पाए गए थे.

मेरे प्रिय तमिल लोगों को मेरा नमस्कार.

पहले मैंने घोषणा की थी कि जनवरी तक मैं अपनी पार्टी की शुरुआत करूंगा. इसके बाद मैं डॉक्टरों की सलाह के बिना, ‘अन्नथा’ फ़िल्म की शूटिंग के लिए हैदराबाद चला गया. शूटिंग स्थल पर लगभग 120 लोग थे जिनका हर दिन कोविड टेस्ट होता था, हम सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे, मास्क पहनते थे, हमने बहुत सतर्कता से काम लिया, फिर भी, हमारे क्रू के चार सदस्य कोविड पॉज़िटिव हो गए. हमारे निर्देशक ने तुरंत शूटिंग रोक दी और सभी का कोविड टेस्ट करवाया गया. मेरा टेस्ट निगेटिव आया, लेकिन मुझे रक्तचाप की समस्या भी है. अगर ये सामान्य नहीं रहा तो किडनी पर बुरा असर होगा.

डॉक्टरों की सलाह पर तीन दिनों के लिए मैं उनके निरीक्षण में था. मेरे स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए, फ़िल्म के निर्माता कलानिधि मारन ने शूटिंग को स्थगित कर दिया. इसका असर कई लोगों की कमाई पर पड़ा और फ़िल्म को कुछ करोड़ रुपये का नुक़सान हो गया. ये सब मेरे स्वास्थ्य के कारण हुआ. मैं इसे ईश्वर की ओर से चेतावनी के रूप में देख रहा हूं. मैं सिर्फ़ सोशल मीडिया के माध्यम से चुनाव नहीं जीत सकता और लोगों को उनकी ज़रूरत के मुताबिक़ सरकार नहीं दे सकता. राजनीति के अनुभवी इस बात से सहमत होंगे. मुझसे उम्मीद की जाएगी कि मैं लाखों लोगों से मिलूं और सभाएं करूं.

लेकिन मैं तीन दिनों के लिए अस्पताल में था और 120 के क्रू में भी कोविड पॉज़ीटिव लोग. अब एक नया वेव और कोविड का नया वैरिएंट देश में आ गया है. वैक्सीन लेने के बाद भी मेरे जैसे इम्यूनो सप्रेसंट दवाईयां लेने वाले लोग, कई जगहों पर नहीं जा पाएंगे, और कोरोना के दौर में लोगों से नहीं मिल पाएंगे. इसका असर उन अच्छे लोगों पर भी पड़ेगा जो मेरे साथ इस राजनीतिक यात्रा पर चलना चाहते हैं. ये उनके लिए भावनात्मक और आर्थिक रूप से मुश्किल होगा.

मैं राजनीति में ये कहकर नहीं आ सकता कि हारने से मुझे बुरा नहीं लगेगा. मैं अपनी ज़ुबान का पक्का व्यक्ति हूं और मैं अपने वादों को पूरा करूंगा. मैं पीछे हटूंगा तो लोग क्या कहेंगे? मैं इस तरह से नहीं सोच सकता, और मैं अपने साथ राजनीति में आने वालों को बलि का बकरा नहीं बना सकता. इसलिए, बड़े अफ़सोस के साथ कहना चाहता हूं कि मैं एक पार्टी शुरू नहीं कर सकता और राजनीति में नहीं आ सकता. मुझे आपको ये सूचना देते हुए बहुत बुरा लग रहा है.

मेरे मक्कल मंदरम के लोगों ने पिछले तीन सालों से बहुत मेहनत की है. वो व्यर्थ नहीं जाएंगे. आपके किए गए अच्छे कर्म भविष्य में आपके और आपके परिवार की मदद करेंगे. जब मैं 30 नवंबर को आप सभी से मिला, तो आप सभी ने मुझसे कहा कि मैं पहले अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखूं. यही आपकी प्राथमिकता थी. आप सभी ने मुझे बताया है कि मैं जो भी निर्णय ले रहा हूं, आप उसके साथ रहेंगे. मैं उन शब्दों को कभी नहीं भूलूंगा और आप सभी के प्यार और स्नेह के लिए धन्यवाद देता हूं. रजनी मक्कल मंदरम हमेशा की तरह काम करेगा.

मैं चुनावी राजनीति में उतरे बिना लोगों के लिए काम करता रहूंगा.

मुझे सच बोलने में कभी संकोच नहीं हुआ है.

मैं अपने सभी प्रिय लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे मेरे इस निर्णय को स्वीकार करें.

इस एलान से पहले रजनीकांत ने अपने संगठन ‘रजनी मक्कल मंदरम’ के ज़िला सचिवों से 30 नवंबर को विचार-विमर्श किया था.

इस ख़बर को सुनते ही उनके चाहने वालों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई थी. उनके फ़ैन्स ने पटाख़े फोड़कर इस फ़ैसले का स्वागत किया था.

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