- दौलतगंज के शिव मंदिर का विवाद, पुलिस प्रशासन को नई चुनौती
इन्दौर। दौलतगंज के मंदिर पर कब्जे को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। आज हिन्दूवादी संगठनों के कर्ताधर्ताओं ने 2 हजार कार्यकर्ताओं के साथ यहां रात को आरती करने का ऐलान किया है। कल दिनभर जिला प्रशासन के अधिकारी संगठन के पदाधिकारियों से कहते रहे कि यह एक निजी मंदिर है और अगर आरती करना भी है तो वहां जाकर 10 लोग आरती कर लें। इसके बाद भी हिन्दूवादी अड़े हुए हैं।
दौलतगंज में एक शिव मंदिर है। हिन्दू जागरण मंच द्वारा दावा किया जा रहा है कि यह एक प्राचीन मंदिर है और यहां एक छत्री भी बनी है। मंदिर में पहले एक वृद्ध महिला व्यवस्था संभालती थी, लेकिन पिछले दिनों कुछ लोगों ने महिला को वहां से हटाकर मंदिर के ऊपर ही रहने का कह दिया। आसपास दुकानें लगाकर कब्जे भी कर लिए गए हैं। यही नहीं मंदिर की मूर्तियों से भी छेड़छाड़ की है। इसी को लेकर हिन्दू संगठन ने आंदोलन करने का निर्णय लिया है। मंच के संजय भाटिया और धीरज यादव ने आज शाम को यहां आरती करने की घोषणा की है।
यही नहीं संगठन की मांग है कि जब तक यहां से अतिक्रमण नहीं हटाया जाता, तब तक आरती होती रहेगी। प्रशासन के सामने एक नई चुनौती बनकर उभरे इस मंदिर को लेकर कल दिनभर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मंच के पदाधिकारियों के संपर्क में रहे और उनसे कहा कि वह एक निजी मंदिर है, जबकि भाटिया का कहना है कि मंदिर सार्वजनिक स्थान पर बना है तो वह निजी कैसे हो सकता है? यहां वर्ग विशेष के लोगों द्वारा कब्जा कर लिया गया है। उसी को हटाने और मंदिर के जीर्णोद्धार को लेकर हम आज रात महाआरती करेंगे। 2 हजार कार्यकर्ता चार स्थानों से इक_ा होकर यहां आरती करने पहुंचेंगे। कल एडिशनल डीसीपी राजेश रघुवंशी ने भाटिया से कहा कि वे 10 लोग जाकर आरती कर लें, लेकिन हिन्दू संगठन अड़ गए हैं और उन्होंने कहा है कि जब तक वहां से अतिक्रमण नहीं हटेगा, लगातार आरती की जाएगी। पूरे मामले में खुफिया पुलिस भी निगाहें रख रही हैं।
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