व्‍यापार

18 साल बाद फिर टाटा ग्रुप की कंपनी लाएगी आईपीओ


नई दिल्‍ली: टाटा समूह की कोई कंपनी करीब 18 साल बाद अपना आईपीओ उतारने की तैयारी कर रही है. ग्रुप की कंपनी टाटा मोटर्स (Tata Motors) की सहायक कंपनी टाटा टेक्‍नोलॉजी (Tata Technologies) अपना आईपीओ लाने के लिए तैयारियां कर रही है.

मनीकंट्रोल के अनुसार, टाटा समूह ने इससे पहले साल 2004 में टीसीएस (TCS) का आईपीओ बाजार में उतारा था. टाटा टेक्‍नोलॉजी दुनियाभर में इंजीनियरिंग और डिजिटल सेवाएं मुहैया कराती है. कंपनी आईपीओ के जरिये जुटाए गए फंड का इस्‍तेमाल ई-वाहन सेग्‍मेंट को मजबूती देने और एविएशन सेक्‍टर को बढ़ावा देने में करेगी. कंपनी ने फिलहाल इस आईपीओ के लिए सिटी बैंक से संपर्क किया है और अभी तक आईपीओ के साइज व अन्‍य चीजों को लेकर कोई खुलासा नहीं किया गया है.

मामले से जुड़े सूत्रों का कहना है कि आईपीओ पर काम शुरू हो गया है और जल्‍द ही घरेलू व विदेशी बैंकों को जोड़ा जाएगा. टाटा टेक्‍नोलॉजी में टाटा मोटर्स की 74 फीसदी से ज्‍यादा हिस्‍सेदारी है और कंपनी ने साल 2018 में अपनी 43 फीसदी हिस्‍सेदारी बेचने की कोशिश भी की थी, लेकिन कुछ मंजूरियां नहीं मिलने के कारण डील अटक गई. फरवरी 2018 में कंपनी की 100 फीसदी हिस्‍सेदारी की वैल्‍यू 83.7 करोड़ डॉलर बताई गई थी.


ग्रोथ की राह पर है कंपनी
टाटा टेक्‍नोलॉजी के सीईओ वॉरेन हैरिस ने पिछले साल बताया था कि कंपनी के राजस्‍व में तेजी से वृद्धि हो रही है. दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में कंपनी के लिए बिजनेस के काफी अवसर हैं. साल 2022 की मार्च तिमाही में टाटा टेक्‍नोलॉजी का राजस्‍व 3,529 करोड़ रुपये रहा, जिसमें उसे 437 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ. सालाना आधार पर कंपनी की रेवेन्‍यू ग्रोथ इस दौरान 47 फीसदी रही.

टाटा मोटर्स को कर्ज घटाने में मददगार
टाटा मोटर्स ने 2022 की सालाना रिपोर्ट में बताया है कि कंपनी का मकसद साल 2024 तक अपना कर्ज शून्‍य करने का है. इसमें अन्‍य ऑपरेशंस से मिलने वाले राजस्‍व की बड़ी हिस्‍सेदारी होगी. माना जा रहा है कि कंपनी का इशारा टाटा टेक्‍नोलॉजी के बढ़ते कारोबार से था. टाटा मोटर्स पर अभी वित्‍तवर्ष 2021-22 में लीज सहित कुल कर्ज 48,679 करोड़ रुपये पहुंच गया, जो इससे पहले के वित्‍तवर्ष मे 40,876 करोड़ रुपये था.

कितना बड़ा है कारोबार
टाटा टेक्‍नोलॉजी का कारोबार दुनिया के 18 देशों में फैला हुआ है. इसके पास 18 ग्‍लोबल डिलीवरी सेंटर हैं, जिसमें शंघाई, बैंकॉक, सिंगापुर, टोक्‍यो, हनोई, यूरोप के कई देश और उत्‍तरी अमेरिका का डेटरॉइट शामिल है. कंपनी का हेडक्‍वार्टर पुणे में है, जबकि देश में इसके गुरुग्राम, बंगलूरू, थाणे और चेन्‍नई में भी सेंटर हैं. कंपनी के साथ करीब 9,300 कर्मचारी जुड़े हुए हैं.

Share:

Next Post

चंडीगढ़ के स्कूल में लंच टाइम में गिरा 250 साल पुराना हेरिटेज पेड़, 1 बच्चे की मौत, 13 जख्मी

Fri Jul 8 , 2022
चंडीगढ़: चंडीगढ़ में शुक्रवार को बड़ा हादसा हो गया. यहां कार्मल कॉन्वेंट स्कूल में एक बड़ा पेड़ टूटकर गिर गया. बताया जा रहा है कि ये 250 साल पुराना हेरिटेज पेड़ था. पेड़ गिरने से कई बच्चे इसकी चपेट में आ गए. एक बच्चे की हादसे में जान चली गई. वहीं, 13 के घायल होने […]