इंदौर न्यूज़ (Indore News)

80 दिनों बाद संडे बना फन-डे, खाऊ ठीये हुए आबाद, बड़े बाजार बंद, छोटी दुकानेें चालू

इंदौर।  9 अप्रैल से लगे लॉकडाउन के बाद सप्ताह के 6 दिनों के लिए तो बाजार खोल दिया गया था, लेकिन पूरे 80 दिन बाद आज रविवार को भी अनलॉक किया गया है। इंदौरी संडे को फन-डे के रूप में मनाते नजर आए। हालांकि इसका कुछ ज्यादा असर बाजार में देखने को नहीं मिला। खाऊ ठीयों पर लोगों की जरूर भीड़ रही, वहीं मिल एरिया सहित कुछ क्षेत्रों की दुकानें भी खुलीं, लेकिन बड़े बाजार रविवार होने के कारण बंद ही रहे। इन बाजारों में इक्का-दुक्का दुकानें जरूर खुली रहीं।


9 अप्रैल की रात से जिला प्रशासन ने दो दिन शनिवार और रविवार को बाजार बंद करने की घोषणा की थी, लेकिन इसके बाद सोमवार से अनिश्चितकाल के लिए कोरोना कफ्र्यू लगा दिया गया था। इसके बाद पहली छूट 1 जून से दी गई और धीरे-धीरे बाजारों को सप्ताह में 6 दिन शर्तों के साथ खोलने की अनुमति दे दी गई, लेकिन आज 80 दिनों बाद रविवार फिर अनलॉक हुआ है। कल मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने संडे अनलॉक को लेकर आदेश तो जारी कर दिए थे, लेकिन निर्णय का पालन किस तरह से कराए जाए, उसकी जवाबदारी स्थानीय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी को सौंप दी थी। देर रात जिला प्रशासन ने सरकार के आदेश को यथावत रखते हुए आदेश जारी कर दिए, जिसमें कोविड प्रोटाकाल का पालन करते हुए रविवार को कोरोना कफ्र्यू समाप्त कर दिया गया है। हालांकि देर रात आदेश आने के बाद अधिकांश दुकानदार सुबह तक असमंजस में ही रहे। खाने-पीने की दुकानों के संचालक भी इस पसोपेश में रहे कि कल दुकानें खोलें या नहीं, क्योंकि इसके पहले कच्चे सामान की व्यवस्था करना पड़ती है। वैसे खाने-पीने और घूमने के शौकीन इंदौरी आज रविवार को फन-डे के रूप में मनाने घर से निकल पड़े। खाऊ ठीयों पर पोहे-जलेबी के साथ लोगों की भीड़ देखी गई तो राजबाड़ा पर भी 80 दिनों बाद रविवार को चहल-पहल दिखाई दी। किराना और जरूरतों की सामान छोडक़र सारे बाजार बंद ही रहे।


छूट का मतलब यह नहीं कि…
भीड़ लगाएं
इसका मतलब ये नहीं कि बाजारों में भीड़ लगा दी जाए और खरीदारी करने निकल पड़ें। हमें अभी भी कोरोना से बचने के लिए सावधानियों का पालन करना होगा और बाजार में खरीदारी के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के साथ जाना होगा। वहीं दुकानदारों को भी दुकानों में कोविड प्रोटोकाल का पालन कराना होगा।
पिकनिक जाएं
संडे कफ्र्यू समाप्त हो गया है तो ऐसे में पिकनिक स्थलों पर भीड़ होना लाजिमी है। हालांकि प्रशासन ने पिकनिक स्थलों पर प्रतिबंध लगा रखा है। हमें भी इस शर्त का पालन करना है। ऐसा न हो कि पिकनिक स्थलों पर भीड़ लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य शर्तों का ध्यान न रख पाएं, जिससे कोरोना की वापसी हो जाए।

 


होटल पहुंच जाएं
खान-पान के ठीयों को भी सप्ताह के 6 दिनों की तरह अब सातवें दिन भी छूट दे दी गई है। हालांकि रेस्टोरेंट में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ही लोगों को बिठा सकेंगे, लेकिन हमें भी इस बात का ध्यान रखना है कि होटलों में जाकर हम पहले की तरह भीड़ लगाकर न पहुंच जाएं और कोरोना को न्योता देते हुए पार्टी न मनाएं।


राजबाड़ा पर दुकानें खुलीं … लेकिन सन्नाटा
रविवार होने के कारण आज राजबाड़ा क्षेत्र के बाजार बंद हैं, लेकिन नाश्ते की दुकानें खुली रहीं। इन दुकानों पर सुबह खान-पान के शौकीन ही पहुंचे, लेकिन बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। हालांकि 10 बजते-बजते थोड़ी बहुत चहल-पहल बाजार में दिखाई देने लगी। कोरोना की दूसरी लहर के बाद आज पहला रविवार है, जब लोग घरों से निकल रहे हैं। कृष्णपुरा छत्री, शिवाजी मार्केट, वीर सावरकर मार्केट और राजबाड़ा के आसपास फुटपाथ पर भी दुकानें लगना शुरू हो गई हैं, जो हर रविवार को राजबाड़ा क्षेत्र की रौनक बना देती थीं। आज सराफा बंद होने के बाद शाम को चौपाटी भी पूरी क्षमता से आबाद होने की संभावना है।

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