इंदौर न्यूज़ (Indore News)

बालाघाट की घटना के बाद इंदौर सहित सभी कलेक्टर मतगणना को लेकर अतिरिक्त सतर्क

इंदौर। बालाघाट की घटना के बाद इंदौर सहित प्रदेशभर के कलेक्टर अब अतिरिक्त सतर्कता बरत रहे हैं। दो दर्जन अधिकारियों को सम्पूर्ण व्यवस्था के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है। 3 दिसम्बर को सुबह 8 बजे से स्टेडियम में 9 विधानसभा के लिए डले मतों की गणना शुरू होगी। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. इलैयाराजा टी द्वारा जारी आदेशानुसार उक्त व्यवस्थाओं के लिए जिले में पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सिद्धार्थ जैन, अपर कलेक्टर गौरव बेनल, सपना लोवंशी, राजेन्द्र सिंह रघुवंशी, निशा डामोर, रोशन राय, मुख्य कार्यपालन अधिकारी आईडीए आर.पी. अहिरवार, अपर आयुक्त नगर निगम अभिलाष मिश्रा को समन्वयकर्ता अधिकारी बनाया गया है। इसी तरह मेन पावर प्रबंधन का कार्य वरिष्ठ जिला योजना सांख्यिकी अधिकारी माधव बैंडे को दिया गया है। इसी तरह वीडियोग्राफी, सीसीटीवी प्रबंधन का कार्य अनुविभागीय अधिकारी हातोद अजय भूषण शुक्ला को दिया है। चिकित्सा प्रबंधन का कार्य मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस. सैत्या, प्रशिक्षण प्रबंधन का कार्य भू-अर्जन अधिकारी इंदौर विकास प्राधिकरण श्री सुदीप मीणा, भोजन एवं स्वल्पाहार प्रबंधन का कार्य जिला आपूर्ति नियंत्रक मोहनलाल मारू, सुरक्षा प्रबंधन का कार्य अनुविभागीय अधिकारी हातोद अजय भूषण शुक्ला, तकनीकी एवं इंटरनेट संसाधन व्यवस्था, संकेतक/ सूचना बोर्ड/ गणना हॉल ब्लेक बोर्ड व्यवस्था का कार्य संयुक्त कलेक्टर राकेश मोहन त्रिपाठी, मतगणना स्टेशनरी, सामग्री एवं सीलिंग सामग्री तथा सीलिंग प्रबंधन व्यवस्था का कार्य का कार्य प्रभारी डिप्टी कलेक्टर इंदौर चंद्रसिंह धारवे को दिया गया है।

स्टेडियम में बिजली के इंतजाम चाकचौबंद… 5 फीडर से सप्लाई और 7 जनरेटरतैनात
मतदान के बाद नेहरू स्टेडियम में ईवीएम मशीनें कड़ी सुरक्षा और कैमरे की नजर में रखी गई है। यहां पर बिजली के पुख्ता इंतजाम पहले से कर दिए गए। 5 अलग-अलग फीडर के माध्यम से बिजली की सप्लाई दे रखी है, वहीं फिलहाल दो जनरेटर भी अलर्ट मोड पर यहां पर मौजूद है। एमडी अमित तोमर व कार्यपालक यंत्री डीके तिवारी ने बताया कि 3 दिसंबर मतगणना के दिन पांच और अतिरिक्त बड़े जनरेटर यहां पर इमरजेंसी के रूप में रखे जाएंगे, वहीं हर फीडर की आपस में कनेक्टिविटी कर दी गई है एक फीडर में कुछ ट्रिपिंग या फॉल्ट जैसी स्थिति निर्मित होती भी है तो वह पलक झपकते ही चेंजओवर पर चली जाएगी और लोगों को पता ही नहीं लगेगा कि बिजली में बाधा आई थी। इंदौर में 6 इंजीनियरों के साथ आला अधिकारी भी बिजली व्यवस्था नजर बनाए रखेंगे।

100 इंजीनियर सहित 600 बिजली कर्मचारी तैनात
व्यवस्थाओ के लिए तीन दिसंबर को कंपनी क्षेत्र में 100 इंजीनियरों सहित कुल 600 कर्मचारी लगेंगे। इंदौर के नेहरू स्डेडियम, अस्थायी कंट्रोल सेंटर, स्थानीय ग्रिड, ट्रांसमिशन कंपनी के ग्रिड पर 12 इंजीनियर सहित करीब 50 कर्मचारी ड्यूटी देंगे। इसी तरह धार में 7 इंजीनियर सहित 25 कर्मचारी, उज्जैन में 8 इंजीनियर सहित 25 कर्मचारी, देवास में 5 इंजीनियर सहित 25 कर्मचारी, रतलाम में 5 इंजीनियऱ सहित 20 कर्मचारी तैनात रहेंगे। प्रबंध निदेशक इसी तरह कंपनी के शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, झाबुआ, आलीराजपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर जिला मुख्यालय के मतगणना स्थलों पर इंजीनियरों सहित बिजली कर्मचारी निर्बाध आपूर्ति व्यवस्था के लिए कर्त्तव्य का निर्वहन करेंगे। प्रत्येक मतगणना स्थल पर डबल, ट्रिपल बिजली सप्लाय का इंतजाम किया गया हैं

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